Chhattisgarh

SECL के निदेशक तकनीकी संचालन (DT) एस के पाल ने “कुसमुंडा मेगा प्रोजेक्ट” का किया निरीक्षण। खनन के साथ साथ डिस्पेच पर भी किया जा रहा है काम….

कोरबा – मार्च का यह माह SECL के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है,बीते वर्षों के तुलना में बेहतर परिस्थियों के मद्देनजर एस ई सी एल इस वर्ष अपने कोल उत्पादन के वित्तीय लक्ष्य को पूर्ण करने समर्थ नजर आ रहा है, हालाकि अंतिम क्षणों में कहीं कोई कसर ना रह जाए इस वजह से एस ई सी एल के निदेशक तकनीकी संचालन जिले के खदानों का दौरा कर रहे हैं।

इसी कड़ी में वे बीते शुक्रवार को कुसमुंडा मेगा परियोजना पहुँचे,जहां उन्होंने डिपार्टमेंटल कैट पैच , गोदावरी, बरकुटा , नीलकंठ कॉंट्रैक्टचुएल पैच सहित खदान के प्रत्येक हिस्से का निरीक्षण किया । उन्होंने उत्पादन में अभिवृद्धि के प्रयासों की समीक्षा की तथा उतरोत्तर विकास का आह्वान किया । कुसमुंडा वर्तमान समय में जीएम संजय मिश्रा के नेतृत्व में अधिकारियों के सजग कार्यशेली की वजह से अपने निर्धारित उत्पादन लक्ष्य ४५ लाख टन को हासिल कर चुका है,माह के अंत तक और अधिक से अधिक कोयले का उत्पादन कर बोनस पॉइंट हासिल करने की ओर अग्रसर है। आपको बता दें कुसमुंडा प्रबंधन द्वारा इस वर्ष अधिक से अधिक कोल खनन के साथ साथ ही साथ कोयले के त्वरित डिस्पेच पर भी कुशलता के साथ कार्य किया जा रहा है। 

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