
पहाड़ों में भारी बारिश और हिमपात ने कहर मचाया हुआ है. हिमाचल प्रदेश से लेकर उत्तराखंड से तबाही की कई तस्वीरें सामने आ रही हैं. हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में बारिश के कारण कई गाड़ियां बह गईं और मलबे में दब गई हैं. वहीं उत्तराखंड के चमोली में भारी बर्फबारी से माणा गांव के पास अचानक से एक ग्लेशियर टूट गया. जानकारी के अनुसार माणा गांव के ऊपर ग्लेशियर टूटने से बॉर्डर रोड्स आर्गेनाईजेशन (BRO) के 41 मजदूरों उसमें दब गए. जबिक 16 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. मौके पर राहत-बचाव कार्य जारी है और दबे हुए मजदूरों को निकालने का काम तेजी से किया जा रहा है.
SDRF, NDRF, जिला प्रशासन, आईटीबीपी और बीआरओ की टीमें मौके पर हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से जारी है. इधर चमोली के पास हुए हिमस्खलन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार अपडेट ले रहे हैं. धामी ने राज्य आपदा परिचालन केंद्र से जनपद चमोली के माणा गांव के निकट हिमस्खलन की घटना की जानकारी ली है. दूसरी ओर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस हादसे पर दुख जताया है.
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बद्रीनाथ में माणा गेट के पास टूटा ग्लेशियर, 41 मजदूर दबे, रेस्क्यू जारी…
आखिर हुआ क्या है
- बद्रीनाथ से माणा की तरफ जाने वाले माणा गेट पर हुआ है हिमस्खलन
- बीआरओ का एक कैंप था, उसमें करीब 57 मजदूर थे.
- जानकारी के अनुसार, सभी मजदूर भारत-चीन सीमा के पास स्थित चमोली के माणा गांव के पास बीआरओ के निर्माण कार्य में लगे हुए थे.
- ग्लेशियर जैसे ही ऊपर से आया, सभी मजदूर उसमें दब गए
- 10 मजदूरों को बचा लिया गया है, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
- सड़क के काम में लगी BRO की टीम और सेना की 9 ब्रिगेड रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है
- आईटीबीपी की टीमें भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं.
- जोशीमठ के हेलिपैड से SDRF की टीम को भी रवाना किया गया है.
- पूरे उत्तराखंड में भारी बर्फबारी हुई है. करीब 4 से 5 फीट तक बर्फ गिरी है.
- बद्रीनाथ को जाने वाला रास्ता जोशीमठ से आगे हनुमान चट्टी से आगे बंद है