घर में घुसे ५ नकाबपोश, घर वालों को बंधक बनाकर लाखों की डकैती, शहर में सनसनी… चांपा जांजगीर जिले के अकलतरा शहर की घटना.

“सुने मकानों में चोरी की खबरों के बीच घर वालों की मौजूदगी में घर में घुस कर लूट की घटना को अंजाम देना कितना खौफनाक है यह वह परिवार ही समझ सकता है”

 

छत्तीसगढ़ – प्रदेश के चांपा जांजगीर जिले के अकलतरा शहर में शनिवार रविवार की दरमियानी रात हुई डकैती से सनसनी फैल गई है। रात लगभग 2 बजे टी-शर्ट, बरमुड़ा पहने नकाबपोशों ने घर में घुसकर तकरीबन 8 लाख के जेवर सहित डेढ़ लाख कैश पार कर दिया। घर का पिछला दरवाजा तोड़कर घुसे। इन लोगों ने घर के पुरूष सदस्य को बाहर से कमरे में बंद कर दिया तथा उन्हीं के किचन से चाकू लाकर दादी पोती को धमकाया व घटना को अंजाम देकर भाग गये। नगर के वार्ड क्रमांक 5 में मुख्य मार्ग में जय स्तंभ के सामने स्थित शिक्षक किशोर देवांगन के घर में हुई घटना की जानकारी फैलते ही नगरवासियों में भय व्याप्त हो गया। पुलिस ने अपराध कायम किया है। पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल घटना स्थल का मुआयना कर आवश्यक निर्देश दिया। जिस पर पुलिस ने धारा 458, 394 कायम कर विवेचना शुरू की है। पिछले दरवाजे से घर के अंदर घुसे  डकैतों को देखकर महिला ने गुहार लगाई कि वे उसे मारें मत, जो ले जाना चाहते हैं, ले जाएं। इस दौरान उसी कमरे में सोई छोटी बच्ची की भी नींद खुल गई तो उसने भी अपनी दादी को न मारने कहा और खुद बाहर जाने की जिद की तो उसे बाहर नहीं जाने दिया गया। इसके बाद डकैतों ने वारदात को अंजाम दिया। वहीं नकाबपोशों की धमकी के बाद त्रिवेणी बाई देवांगन खामोश हो गई तो इसके बाद डकैत उसी रास्ते से वापस भाग गए। दहशत में आई बच्चे ने कहा- पापा के पास जाना है – 5 वर्ष की बालिका परी देवांगन अपनी दादी के साथ सोई थी। उसकी भी नींद खुल गई। नकाबपोश लोगों को देखकर बालिका दहशत में आ गई। लेकिन उसने साहस का परिचय देते हुए नकाबपोश लोगों को कहा कि उसकी दादी को जान से मत मारो, मुझे कमरे से बाहर जाने दो मुझे अपने पापा के कमरे में जाना है। नकाबपोश लोगों ने बालिका को शोर नहीं मचाने एवं चुप रहने की चेतावनी दी थी। पिता की बरसी के लिए रखे थे पैसे – शिक्षक किशोर कुमार देवांगन ने बताया कि 13 जून को उनके पिता गुलाबचंद देवांगन की पहली बरसी थी, खर्च के लिए पैसे रखे थे। बरसी में बिलासपुर से उनकी बहन आई हुई थी। 2 दिनों पूर्व वो बिलासपुर वापस लौटी हैं, उन्होंने अपने सोने के कुछ जेवर अपनी मां को सुरक्षित रखने के लिए दिए थे।

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