
अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के कर्नल, मेजर और J&K पुलिस के DSP शहीद, वीरता के लिए मिला था मेडल
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकेरनाग क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल सेना के एक कर्नल, मेजर और जम्मू कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक शहीद हो गए हैं. अधिकारियों ने बुधवार शाम यह जानकारी दी.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आतंकियों की मौजूदगी की पुख्ता जानकारी मिलने के बाद सेना ने ऑपरेशन लॉन्च किया था. इस अभियान की निगरानी के लिए कमांडिंग ऑफ़िसर कर्नल मनप्रीत सिंह खुद मौक़े पर पहुंचे थे, लेकिन जैसे ही वह अपनी गाड़ी से उतरे तो आतंकियों ने ताबड़तोड़ फ़ायरिंग शुरू कर दी और पहली ही बर्स्ट फायरिंग में उनको गोली लग गई. घटनास्थल पर घना जंगल होने के चलते उन्हें तत्काल वहां से निकाला नहीं जा सका. बताया जा रहा है कि ज्यादा खून बहने के कारण उनकी मौत हो गई.
दो शहीद सैन्य अफसरों को वीरता के मिला था मेडल
सेना की तरफ से बताया गया कि कर्नल मनप्रीत सिंह वर्ष 2019 से 2021 तक सेंकंड इन कमांड (2IC) के तौर पर तैनात थे. उसके बाद वो बतौर कमांडिंग अफसर 19 RR की बागडोर संभाल रहे थे. वो एक डेकोरेटेड सैन्य अधिकारी थे, जिसे सेना मेडल से नवाज़ा गया था. इसके अलावा मेजर भी डेकोरेटेड अफ़सर थे, जिन्हें इस 15 अगस्त को सेना मेडल दिए जाने की घोषणा की गई है और अगले अंलकरण समारोह में उन्हें सेना मेडल से नवाज़ा जाना था.
रिवहन राज्यमंत्री और पूर्व थल सेना प्रमुख जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह ने ट्वीट कर कर्नल मनप्रीत सिंह को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने पोस्ट में लिखा, ’19 RR 12 SIKHLI भारतीय के सेना मेडल से सम्मानित कर्नल मनप्रीत सिंह कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए. इस दुखद खबर से देश स्तब्ध है. शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह की शहादत को नमन करते हुए ईश्वर से उनके परिजनो को इस कठिन समय में सम्बल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं.’
त आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े रेजिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. सूत्रों के मुताबिक़, ये वही आतंकी गुट है, जिसने रमज़ान महीने के दौरान राजौरी में सेना के ट्रक पर हमला किया था, जिसमें 5 सैनिकों की जान चली गई थी.