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इंसानों की तरह करता है हरकत दुनिया का सातवां अजूबा जो टाइम से पहले बता देगा बच्चा कब होगा

इंसानों की तरह करता है हरकत दुनिया का सातवां अजूबा जो टाइम से पहले बता देगा बच्चा कब होगा। जानकारी के लिए बता दे की अब ये वर्तमान टाइम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने पूरी दुनिया में अपनी पहचान बना राखी है। अब उसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कंप्यूटर तकनीक की सहायता से सेंट्रल रिसर्च सेंटर हिसार भारत देश में पहली बार भैंसों में सेंसर लगाने की योजना पर काम भी किया जा रहा है।




बता दे की ये जब लोकल 18 ने CIRB के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. अशोक बल्हारा से बात करे तो अब उन्होंने बताया कि phone एप्लीकेशन के दौरान ही किसानों को जानवरों की समस्याओं का समाधान भी पता चलता है।अब ये प्रोजेक्ट पर CIRB हिसार के निदेशक डॉ. टीके दत्ता के नेतृत्व और संस्थान के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. अशोक बलहारा की देखरेख में 1 अप्रैल 2024 से काम को चलौ भी कराया था।

इस साल तक योजना पूरी की जायेगी

जानकारी के लिए बता दे की अब ये आगे डॉ. अशोक बलहारा ने बताया की बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन इस प्रोजेक्ट के लिए CIRB को 15 करोड़ रुपये देगा और CIRB के वैज्ञानिक आईआईटी रोपड़ और ऑस्ट्रेलिया की एडिलेड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर अब ये प्रोजेक्ट को भी पूरा किया जायेगा।

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आपको भैंसों की गतिविधियों के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी

अब ये लोकल 18 को अधिक जानकारी देते हुए मुख्य वैज्ञानिको ने बताया कि अब अपनी भैंसों के लिए तैयार किए गए सेंसर के दौरान phone से ही भैंसों की गतिविधियों पर पूरी ध्यान भी दिया जायेगा।

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जानकारी के मुताबित अब ये phone CIRB के सर्वर से जुड़ा होगा जिसमे ये सर्वर क्लाउड कंप्यूटर से भी कनेक्ट कराया जायेगा। जो AI बेस एप्लिकेशन से कनेक्ट भी होगा। जिसमें सभी डेटा एकत्र और विश्लेषण भी करवाया जायेगा।इंसानों की तरह करता है हरकत दुनिया का सातवां अजूबा जो टाइम से पहले बता देगा बच्चा कब होगा।

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बता दे उसके आधार पर पशुपालकों को बहुत सी समस्याओं का भी समाधान कराया जायेगा। अब ये परियोजना का उद्देश्य पशुपालकों की कम लागत करके पशुओं की उत्पादकता को भी बढ़ाया जायेगा। अब ये सेंसर के दौरान पहले ही पता चल जाएगा कि कौन सी भैंस बीमार पड़ने वाली है और उसके व्यवहार में क्या चेंज आ रहा है।

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