Jammu Kashmir: 2019 के बाद गांदरबल में सबसे बड़ा आतंकी हमला, मास्टरमाइंड पाकिस्तान में छिपा, TRF ने ली हमले की जिम्मेदारी
जम्मू कश्मीर के गांदरबल में 2019 के बाद से सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में सात लोगों की मौत हो चुकी है और पांच लोग घायल हुए हैं। टीआरएफ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। टीआएफ, लश्कर ए तैयबा का मुखौटा है। जम्मू कश्मीर में इसके आतंकी सक्रिय हैं। हमले के बाद सभी आतंकी फरार हो चुके हैं। इस हमले का मास्टरमाइंड शेख सज्जाद गुल को बताया जा रहा है, जो पाकिस्तान में छिपा हुआ है। एनआईए (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) ने इस पर 2019 में ही 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। इसके साथ तीन अन्य आतंकी हैं, जिनकी मदद से शेख सज्जाद पूरा नेटवर्क संचालित कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार चुनाव के बाद आतंकवादी संगठन सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं, इसलिए वे टारगेट किलिंग करने की कोशिश कर रहे हैं। यह 2019 के बाद सबसे बड़ी टारगेट किलिंग है। शेख सज्जाद के साथी पाकिस्तानी आतंकियों और स्थानीय लड़कों की मदद से जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। इन आतंकियों को पाकिस्तानी सेना और आईएसआई का भी समर्थन हासिल है। इनका उद्देश्य जम्मू कश्मीर में अशांति फैलाना है।
शेख सज्जाज को गृह मंत्रालय भी घोषित कर चुका है आतंकी
भारत सरकार का गृह मंत्रालय भी शेख सज्जाद को आतंकी घोषित कर चुका है। जनवरी 2023 में भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने शेख सज्जाद को आतंकी घोषित किया था। शेख सज्जाद श्रीनगर के बेमिना में एचएमटी कॉलोनी में अंसारी लेन में रहता था। उसके साथी नवाब शाह (पाकिस्तान के सिंध), सैफुल्लाह साजिद (कसूर, पाकिस्तान) और बसीत अहमद (रेडवानी पयीन, कुलगाम) के रहने वाले हैं। गांदरबल हमले को लेकर एनआईए ने जांच शुरू कर दी है।
Jammu Kashmir: 2019 के बाद गांदरबल में सबसे बड़ा आतंकी हमला, मास्टरमाइंड पाकिस्तान में छिपा, TRF ने ली हमले की जिम्मेदारी
गांदरबल में सात की मौत, पांच घायल
जम्मू कश्मीर में नई सरकार बनते ही बड़ा आतंकी हमला हुआ है। आतंकियों ने सीएम उमर अब्दुल्ला के चुनावी क्षेत्र गांदरबल को निशाना बनाया। गांदरबल के गगनगीर इलाके में हुए आतंकी हमले में डॉक्टर समेत सात लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हुए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है। यह संगठन लश्कर-ए-तैयाब का मुखौटा है और कश्मीर में लगातार आतंकी वारदातों को अंजाम दे रहा है। एनआईए ने इस आतंकी हमले की जांच शुरू कर दी है। एनआईए की टीम गांदरबल पहुंच गई है और मौके से सूबत जुटा रही है।
कैसे हुआ हमला?
गांदरबल में ये टेरर अटैक सोनमर्ग इलाके के गगनगीर में हुआ है। सभी मजदूर केंद्र सरकार की तरफ से चल रहे जेड मोड़ सुरंग निर्माण प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे। यह टनल मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले की गगनगीर घाटी को सोनमर्ग से जोड़ती । रात करीब साढ़े 8 बजे मजदूर काम करने के बाद खाना खाने मेस में पहुंचे थे। इसी दौरान आतंकियों ने उनपर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। हमला करने के बाद आतंकी मौके से फरार हो गए। इस गोलीबारी में दो गाड़ियां भी जलकर खाक हो गई हैं।