कोरबा : हिंदुत्व की ऐसी चली लहर, थम गया शहर, गूंजा जय श्रीराम..
कोरबा : हिंदू नववर्ष के अवसर पर बुधवार को शहर में अभूतपूर्व शोभायात्रा निकाली गई। दो अलग-अलग स्थान कोसाबाड़ी हनुमान मंदिर व सीतामढ़ी चौक रामजानकी मंदिर से निकाली गई यात्रा में डेढ़ से दो किलोमीटर तक श्रद्धालु की भीड़ रही। ढलती शाम के बीच अंधेरे को चीरती हुई सजावट की चकाचौंध रोशनी में झांकियों को देखने के लिए मानो पूरा शहर सड़क में उतर आया। हर व्यकित भगवा रंग में रंगा नजर आ रहा था। क्या महिला क्या पुरूष क्या युवा सभी रामधुन में थिरक रहे थे। हर कोई इस अद्भुत क्षण का साक्षी बनने के लिए आतुर रहा। श्रद्धालु इस पल को अपने जेहन में सदैव के लिए समेट लेना चाह रहे थे।
हिंदू नव वर्ष की शोभायात्रा को देखने लिए प्रतीक्षारत शहर वासियों इंतजार की घड़िया उस समय समाप्त हुई जब सड़क में हिंदुत्व लहर उमड़ पड़ी। आयोजन को मूर्त रूप देने के लिए माह भर से तैयारी की जा रही थी सर्व हिंदू समाज के तत्वाधान में कोसाबाड़ी से शोभायात्रा शाम पांच बजे निकाली गई। महिला कर्मादल के अगवाई निकाली गई शोभायात्रा झांकियों की विविधता रही। देवी देवता वेष धरे बच्चें व युआओं की नयनाभिराम झांकी को देख कर ऐसा लग रहा था जैसै भगावन शंकर, श्रीराम बजगरंग बली, भारत माता शहर की धरती पर उतर आए हों। कोसाबाड़ी से निकली झांकी घंटाघर, बुधवारी, सीएसईबी से होते हुए टीपी नगर मार्ग से चलकर टैगोर उद्यान में समाप्त हुई।
दूसरी शोभा यात्रा रामजानकी मंदिर सीतामढ़ी से शुरू हुई। इसमें में भी झांकियों की विविधता देखी गई। जिसमें रामधुन में नाचते हुए बाहुबली हनुमान, काली का रौद्र रूप, वाराणसी के शिव अघोरी दल जैसी झांकियां शोभायात्रा की शोभा ने शोभायात्रा में चार चांद लगाया। आयोजन को मूर्तरूप देने में बड़ी संख्या में सर्व हिंदू समाज के लोग शामिल हुए। शहर के मुख्य मार्ग और चौक चौराहे रोशनी से जगमगा उठे हैं। हिंदू नववर्ष का भव्यता के साथ स्वागत सत्कार करने के लिए भव्य शोभायात्रा का आयोजन जिले में भर में चर्चा का विषय बना रहा। जात-पात, राजनीति, छोटे-बड़े के भेद को भुलाकर समग्र हिंदुओं को एकजुटता के सूत्र में बांधने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में हिंदू धर्मावलंबियों में बढ़चढ़ कर उत्साह देखा गया।