Rishu Kidnapping Murder Case: दोनों आरोपितों का मकान तोड़ने की कार्रवाई शुरू, शासकीय जमीन पर किया गया है कब्जा
अंबिकापुर : सूरजपुर जिले के प्रतापपुर निवासी होटल कारोबारी अशोक कश्यप के पुत्र रिशु कश्यप (10) के अपहरण व हत्या के आरोपितों का घर तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर कार्रवाई की जा रही है। आरोपितों के घरों से सामानों को सुरक्षित तरीके से बाहर निकाल कर गिनती कराने के बाद छप्पर हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। मासूम रिशु की हत्या के बाद से प्रतापपुरवासी दोनों आरोपितों का घर तोड़ने की मांग कर रहे थे। नगर पंचायत द्वारा भी मकान तोड़ने का प्रस्ताव पारित किया गया था। आरोपितों के मकान छोटे झाड़ मद की शासकीय जमीन पर निर्मित है। अतिक्रमण कर घर बनाया गया है। अतिक्रमण हटाने को लेकर पिछले दिनों नोटिस भी चस्पा किया गया था।
मंगलवार शाम को ही बड़ी संख्या में पुलिस बल को प्रतापपुर में तैनात किया गया था। आरोपितों के घर जाने वाले रास्ते मे बैरिकेडिंग कर लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी। आरोपितों के परिवार के सदस्य घरों में नहीं थे। सुबह नगर पंचायत, बिजली वितरण कंपनी व राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी व कर्मचारी अतिक्रमण हटाने पहुंचे तो लोगों की भीड़ बैरिकेड के सामने आ गई। जिसे पुलिस बल ने दूर हटा दिया। बिजली कंपनी द्वारा आपूर्ति बाधित कर दी गई है।आरोपितों के घरों का पहले आगे के शटर का ताला तोड़ा गया फिर पीछे के दरवाजे का ताला तोड़कर प्रशासन व पुलिस की टीम अंदर दाखिल हुई।
अंदर की पूरी जांच की गई।एसडीओपी अरुण नेताम, तहसीलदार पुष्पराज पात्रे, थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे की उपस्थिति में आरोपितों की बिरयानी दुकानों में मौजूद सामानों को बाहर निकाला गया।निकाले गए सामानों की गिनती की गई। पंचनामा की कार्रवाई पूरी करने के बाद अतिक्रमण हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। मालूम हो कि स्कूली छात्र रिशु का बीते 29 जनवरी को अपहरण कर लिया गया था। लगभग 28 दिन बाद उसका शव बरामद हुआ था। फिरौती के लिए अपहरण के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। मामले में पुलिस ने पड़ोस में ही रहने वाले शुभम सोनी व विशाल ताम्रकार नामक दो युवकों को गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया है। इस घटना से प्रतापपुर में लोग आक्रोशित हो उठे थे।
Rishu Kidnapping Murder Case: दोनों आरोपितों का मकान तोड़ने की कार्रवाई शुरू, शासकीय जमीन पर किया गया है कब्जा
आरोपितों का घर तोड़ने की मांग की जा रही थी। प्रशासनिक जांच में पता चला था कि आरोपितों ने अतिक्रमण कर मकान बनाया है। घटना के बाद से उनके परिवारों के अधिकांश सदस्य बाहर चले गए थे। अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई की संभावना पर परिवार के सदस्यों के चले जाने के बावजूद बुधवार को पुलिस बल लगाकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई है। कार्रवाई को लेकर प्रतापपुर में गहमागहमी बनी हुई है।