INN24 Exclusive : कोरबा : स्विफ्ट डिजायर फर्जी नामांतरण मामले में राज्यपाल से शिकायत बाद भी विभाग के अधिकारी पर कार्यवाही शून्य, कार्यवाही के अभाव में एजेंट एवं अधिकारियों के हौसले बुलंद

कोरबा : कोरबा परिवहन कार्यालय में हुए अनेकों भ्रष्टाचार में सबसे ताजा मामला स्विफ्ट डिजायर के फर्जी नामांतरण मामले में आज दिनांक तक किसी भी प्रकार की जांच या कार्रवाई नहीं होने पर आरटीओ एजेंट संतोष राठौर एवं कार्यालय के अधिकारी कर्मचारियों के हौसले बुलंद हैं। मामले की शिकायत आरटीआई एक्टिविस्ट जितेंद्र साहू ने संबंधित विभाग के अधिकारी एवं परिवहन आयुक्त एवं राज्यपाल से की थी इस पर राज्यपाल ने संज्ञान लेते हुए परिवहन सचिव को पत्र जारी करते हुए उचित जांच कर कारवाई कर सूचना देने के लिए आदेशित किया था।

इस पूरे मामले में सरकारी दस्तावेजों का दुरुपयोग कर एवं सरकारी नियमों को ताक पर रखकर गाड़ी का नामांतरण कर दिया गया इस प्रकार के कृत्य से शासन प्रशासन को राजस्व की हानि हो रही है, साथ ही साथ भ्रष्टाचार अपनी चरम पर है संतोष राठौर जैसे एजेंट जो कि नियमों एवं कानूनों के साथ बहुत ही सरलता के साथ खेलते हैं और विभाग के वरीय अधिकारी इनका समर्थन करते हैं कोरबा डीटीओ शशीकांत कुर्रे एवं संतोष राठौर की नजदीकी का नजारा अक्सर कार्यालय में देखा जा सकता है किस प्रकार संतोष राठौर सरकारी कंप्यूटर के आगे बैठकर अपने फाइलों को निपटा लिया करता है साथ ही साथ शशिकांत कुर्रे के निजी वाहन का चालक भी बन कर उनकी सेवा में सदैव मुस्तैद रहता है। अपने इतने करीबी एजेंट के ऊपर किसी भी प्रकार की कार्यवाही या शिकायत उपरांत जांच कोई कैसे कर सकता है।

कुछ दिनों पूर्व कोरबा जिला के मालवाहक ऑटो संघ ने राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से लिखित में शिकायत कर आरटीओ में हो रहे फिटनेस करने के नाम पर बड़े भ्रष्टाचार पर शिकायत किया था अनेकों शिकायत मिलने के बाद भी रायपुर के सचिवालय एवं आयुक्त कार्यालय से किसी भी प्रकार की कार्यवाही ना होना कई संदेशों को जन्म देता है क्या भ्रष्टाचार की काली कमाई से पूरे विभाग को सींचा जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य के महामहिम राज्यपाल एवं क्षेत्र के विधायक एवं मंत्री से शिकायत उपरांत भी किसी प्रकार की कार्यवाही ना होना कई सारे प्रश्नों को जन्म दे रहा है।

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