रोजाना पीते हैं तीन कप से ज्यादा चाय-कॉफी तो संभल जाएं…
इंस्टेंट एनर्जी के लिए अक्सर हम चाय-कॉफी का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. इसमें पाई जाने वाली कैफीन का सीधा असर दिमाग पर पड़ता है. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह एक एनर्जी बूस्टर की तरह जरूर काम करती है लेकिन यह कैफीन शरीर के लिए काफी ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकते हैं. आप भी अगर चाय-कॉफी के काफी शौकीन हैं तो यह खबर आपको एक बार जरूर पढ़नी चाहिए. भारतीय ज्यादातर चाय-कॉफी के शौकीन होते हैं.
कुछ लोगों को चाय-कॉफी की इतनी खतरनाक लत लगती है कि वह खाली पेट सुबह चाय पीते हैं. कई बार आपने ऐसा सुना होगा कि कॉफी पीने से शरीर में एनर्जी रहती है. लेकिन क्या आप जानते हैं ज्यादा बार कॉफी पीने से शरीर पर इसके कई तरह से साइडइफेक्ट्स दिखते हैं. अब सवाल यह उठता है कि दिन में कितनी बार कॉफी पीना सही रहता है. दरअसल, कैफीन पौधों के बीजों और फलों से निकलता है. कैफीन दुनिया में साइकोस्टिमुलेन्ट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. सिर्फ इतना ही नहीं आप इसकी ज्यादा मात्रा यूज करते हैं तो इसका सीधा असर दिल और दिमाग पर पड़ता है. आप एक लीमिट से ज्यादा कॉफी पीते हैं तो वह आपको शरीर से जुड़ी कई बीमारियां घेर सकती है. चलिए आपको बताते हैं कि पूरे दिन में कितना कप कॉफी पीना सही रहेगा?
एक दिन में इतना कप पिएं कॉफी
एक सर्वे के मुताबिक दिन में 200ग्राम या उससे भी कम कॉफी पिएं. 300ग्राम कॉफी 2 कप के बराबर होता है. अगर आप ज्यादा कॉफी पिएंगे तो आपके शरीर को कई गंभीर बीमारी घेर सकती है.
रोजाना पीते हैं तीन कप से ज्यादा चाय-कॉफी तो संभल जाएं…
ये बीमारियां घेर सकती हैं
डिप्रेशन: ज्यादा कॉफी पीने से आप ड्रिपेशन का शिकार हो सकते हैं. जैसे दिमागी बीमारी, जिन लोगों को डिप्रेशन और स्ट्रेस कि दिक्कत है उन्हें कम से कम कॉफी पीना चाहिए. क्योंकि ज्यादा कॉफी पीने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का खतरा बढ़ जाता है. जिसकी बुरा और सीधा असर दिल और शरीर पर पड़ता है.
डायबिटीज
डायबिटीज के मरीज को भूल से भी ज्यादा कॉफी पीना नहीं चाहिए क्योंकि इससे उनके शरीर का इंसुलिन गड़बड़ा सकता है. साथ ही ब्लड शुगर का लेवल भी बढ़ सकता है.
इन्सोम्निया
बहुत से लोगों को कॉफी पीने के बाद नींद आने में दिक्कत हो जाती है. ऐसे लोगों को कॉफी से बिल्कुल भी दूरी बना लेनी चाहिए.
पेट कि दिक्कत
कैफीन ज्यादा पीने से पेट की दिक्कत शुरू हो जाती है. ज्यादातर लोगों का पेट ठीक नहीं रहता. वह बार-बार बाथरूम भागने लगते हैं. डायरिया जैसी दिक्कतें शुरू होने लगती हैं.
दिल की धड़कन तेज होना
कैफीन एक स्टिमुलेन्ट है, जिसकी वजह से दिल की गति तेज होती है, जिसके सेवन के बाद दिल की धड़कन तेज हो सकती है. इसे आर्टीरियल फाइब्रिलेशन कहते हैं.