पुणे पॉर्शे दुर्घटना के आरोपी को डॉक्टरों ने कैसे बचाने की कोशिश की, अब नया खुलासा
Pune Porsche Case : पुणे पोर्शे मामले (में बड़ा खुलासा हुआ है. नशे में होने की वजह से आरोपी लड़के का सैंपल नहीं लिया गया. उसे बचाने केलिए 3 लोगों का ब्लड सैंपल लेने की कोशिश की गई थी. पहले पिता का सैंपल लेने की कोशिश, फिर भाई का और फिर मां का सैंपल लेने की कोशिश की गई. जांच में सामने आया है कि पिता, भाई और मां, सभी ने शराब पी रखी थी, जिसके बाद मां का सैंपल लिया जा सका.
पुणे की जुबेनाइल जस्टिस कोर्ट में 120 पन्नों की चार्जशीट आई है, जिसमें कहा गया है कि 17 साल के नाबालिग ने अपनी ब्लड रिपोर्ट बदलने के लिए अस्पताल के डॉक्टर को रिश्वत दी. पुलिस की तरफ से कहा गया है कि लड़के को जुबेनाइल न माना जाए. इसे लेकर गुरुवार को एक एप्लिकेशन दायर की गई थी.
‘आला-अधिकारियों को कुछ पता ही नहीं था’
पुणे न्यूज के एक कार्यक्रम में यहां के पुलिस कमिश्नर ने पोर्शे मामले को लेकर बड़े खुलासे किए. उन्होंने कहा कि 19 मई को हादसे वाले दिन लोकल पुलिस ने अपने आला-अधिकारियों को इस हादसे के बारे में कुछ भी नहीं बताया था. दूसरे दिन 12 बजे तक सीनियर अधिकारियों को इस बारे में कुछ भी पुख्ता जानकारी नहीं थी.
‘आरोपी का ब्लड सैंपल 3 लोगों से बदलने की कोशिश’
पुलिस कमिश्नर ने ये बात मानी कि प्राइमरी लेवल पर कुछ गलतियां हुई हैं. उन्होंने सबसे बड़ा खुलासा ये किया कि लड़के को बचाने के लिए अस्पताल ने कहा कि आपके ब्लड सैंपल को आपके ब्लड सैंपल से बदला जा सकता है. पिता को फोन किया तो पता चला कि उन्होंने भी शराब पी रखी थी. इसीलिए उनका ब्लड सैंपल नहीं लिया गया. जब भाई को ब्लड सैंपल के लिए बुलाया गया तो पता चला कि उसने भी शराब पी रखी है. भाई भी सुबह 5 बजे तक शराब पीता रहा था.
पुणे के पुलिस कमिश्नर का बड़ा खुलासा
अब तीसरा ऑप्शन मां का ब्लड सैंपल बचा था. मां को शराब पीए 24 घंटे से ज्यादा समय हो चुका था, इसीलिए उनका ब्लड सैंपल अस्पताल ने नाबालिग के सैंपल से बदलने के लिए ले लिया.बाद में ये सामने आ गया कि नाबालिग के साथ ही उसके साथ मौजूद दो-तीन लोगों के ब्लड सैंपल भी बदले गए थे. पुणे के सीपी अभिजीत कुमार ने खुद ये बड़ा खुलासा किया है.