CG Fraud Case : भांजे और मामा-मामी की सामने आई ये करतूत, नौकरी का झांसा देकर लोगों को बनाते थे ठगी का शिकार
रायपुर : राजधानी में फल ठेला लगाने वाला युवक ठगी का शिकार हो गया। दंपती और उसके भांजे ने स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर दो लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है। ठगी का यह मामला टिकरापारा पुलिस थाना क्षेत्र का है।
टिकरापारा पुलिस थाना प्रभारी दुर्गेश रावटे ने बताया कि झंडा चौक, संजयनगर निवासी अमित जायसवाल (25) ने शिकायत दर्ज कराया कि तीन महीने पहले उसके दोस्त वरूण सिंह बैस ने संजयनगर में ही रहने वाले अपने मामा मानवेंद्र सिंह बैस, उनकी पत्नी राधिका बैस से परिचय कराया।
एक दिन वे लोग कहने लगे की उनका कोई पहचान वाला मंत्रालय में है जो स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगवा रहा है।अगर तुम पांच लाख रुपये दोगे तो तुम्हे सरकारी नौकरी दिलवा देंगे। सरकारी नौकरी पाने के लालच में वह उनके झांसे में आ गया। आरोपितों ने एडवांस के तौर पर दो लाख रुपये मांगा, बाकी पैसा काम होने पर देने को कहा।
अमित ने स्वजनों व दोस्तों से सहयोग लेकर तीन मार्च 2024 को दोपहर ढाई बजे आरोपितों के झंडा चौक स्थित कपड़ा दुकान में जाकर दो लाख रुपये प्रमोद पंड्या व प्रदीप तिवारी के सामने दे दिया। कुछ दिनों तक आरोपितों से बातचीत व मुलाकात होती रहती थी फिर अचानक वे दिखाई देना बंद कर दिए। फोन भी स्वीच ऑफ हो गया।अमित ने पतासाजी की तो जानकारी मिली कि दंपती रायपुर छोड़कर चले गए है और उनका भांजा वरूण उनका मकान खाली करके सारा समान ले गया है।
फर्जी चयन सूची दिखाकर दिया झांसा
आरोपित मानवेंद्र सिह बैस ने पीड़ित को स्वाथ्य विभाग के आला अधिकारियों से पहचान होना बताकर विभाग में नौकरी लगाने पहले और कई लोगों के नाम की फर्जी चयन सूची दिखाकर भरोसे में लिया। पूछने पर कहा कि ऊपर के अधिकारियों को कमीशन देना पड़ता है। झांसे में आकर अमित ने पैसे दे दिए।
दो महीने बाद आरोपितों से नौकरी के बारे में पूछे जाने पर कहा कि फाइल विभाग में अटका है, जैसे ही क्लीयर होगा, आपको लेटर भेजा जाएगा। कुछ दिन बाद पुन: कॉल कर जानकारी लेने पर टालमटोल करने लगे। जिस पर अमित के पिता ने ठगी होने के शक हुआ। उन्होंने बेटे के साथ थाने पहुंचकर मानवेंद्र सिंह बैस, राधिका सिंह और वरूण बैस के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया। अब पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
CG Fraud Case : भांजे और मामा-मामी की सामने आई ये करतूत, नौकरी का झांसा देकर लोगों को बनाते थे ठगी का शिकार
कई अन्य बेरोजगारों से भी लाखों ठगा
अमित ने पुलिस को बताया कि मोहल्ले के मनीषा वर्मा, प्रमोद पंडया, मनीष करडभुजे, ओम श्रीवास, निधी केसरवानी के अलावा भी और लोगों से भी आरोपितों ने अलग-अलग विभागों में नौकरी दिलवाने का झांसा देकर दो से पांच लाख रुपये ठगे है। जब किसी को नौकरी नहीं मिली तब पैसा वापस लौटाने का दबाव बनते देखकर दंपती और उनका भांजा मोहल्ले से भाग निकले।