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मां जोरा दाई की पावन धरा ग्राम बोईरडीह में श्रीमद्भागवत कथा का चल रहा आयोजन

आप सभी अपना जीवन ईश्वर को समर्पित कर दीजिए क्योंकि ईश्वर हमेशा न्याय करता है : संत पुनीत शाही बाबा

जिला रिपोर्टर सक्ती- उदय मधुकर

सक्ती : मां जोरा दाई की पावन धरा ग्राम बोईरडीह -हसौद में इन दिनों श्रीमद् भागवत कथा का संगीतमय भक्तिमय आयोजन चल रहा है।‌ इस ज्ञान यज्ञ महोत्सव में आयोजन के‌ सातवें दिवस के आयोजन में भक्तों के बीच अधोरपीठ अभेद आश्रम बोईरडीह के संत बाबा पुनीत शाही भी पहुंचे। इस मौके पर बाबा पुनीत शाही ने भी भक्त जनो को संबोधित करते हुए कहा कि आप जीवन को ईश्वर आधारित कर दीजिए। ईश्वर को समर्पित कर दीजिए क्योंकि ईश्वर हमेशा न्याय करता है। इसलिए आप सभी अपना जीवन ईश्वर पर पूर्ण विश्वास करते हुए उसे समर्पित कर दीजिए और धैर्य बनाए रखिए। भगवान आपके‌ साथ न्याय करेंगे।

अघोर संत पुनीत शाही बाबा ने आगे कहा श्रीमद्भागवत कथा केवल कथा नहीं बल्कि यह जीवन जीने की पद्धति है। अघोर संत बाबा पुनीत शाही ने हिन्दूत्व जीवन शैली को अपनाते हुए जीवन जीने की बात कही। उन्होंने बताया कि हिंदूत्व एक सभ्यता है, एक संस्कृति है। हिन्दूत्व जीवन जीने की पद्धति है। आप सभी हिन्दुत्व जीवन शैली को अपनाएं। जीवन को सुंदर बनाएं साथ ही समाज को सुंदर बनाएं। व्यास पीठ पर विराजमान संत पं. श्री अजय पांडेय शास्त्री जी महराज ने सातवें दिन की कथा सुनाते हुए कहा कि जब जीव व परमात्मा का मिलन होता है तो वह मिलन सात्विक मिलन होता है। उन्होंने भगवान को परम ब्रह्म का स्वरूप बताते हुए कहा कि हम दुनिया के आंखों को तो बंद कर सकते हैं लेकिन परमात्मा का आंख बंद नहीं कर सकते हैं। वह हमारे अच्छे- बुरे, पाप- पुण्य सब कुछ देखते रहते हैं‌ ।

इसलिए हमें भगवान से किसी प्रकार की संकोच नहीं करनी चाहिए। सातवे दिन उन्होंने भक्तजनों को रूक्मिणी विवाह, एवं रासलीला की कथा श्रवण कराया। जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बोईरडीह में इस भक्तिमय आयोजन का समापन 12 फरवरी को गीता हवन, तुलसी वर्षा, पूर्णाहुति तथा प्रसाद वितरण के साथ होगा। गौरतलब हो कि बोईरडीह में यह भक्तिमय आयोजन साहु समाज बोईरडीह के द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इस पावन अवसर पर कथा श्रवण करने सरपंच सुंदरलाल चंद्रा, पत्रकार योम प्रकाश लहरे व उदय मधुकर भी सक्ती से पहुंचे हुए थे।

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