Chhattisgarh

हसदेव अरण्य-सांसद के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 2 लाख 70 हजार से ज्यादा पेड़ और काटे जाएंगे.

कोरबा: संसद के उच्च सदन राज्यसभा में छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य का मुद्दा एक बार फिर गूंजा. पंजाब से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संदीप कुमार पाठक ने सवाल दागे. उन्होंने पूछा की कोयला उत्खनन के लिए हसदेव के जंगल में कितने पेड़ काटे गए? जो पेड़ काटे गए हैं, उनकी भरपाई के लिए कितने नए पेड़ लगाए गए और जो पेड़ लगाए गए हैं. उनमें से कितने जिंदा बचे हैं. इसके जवाब में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने जानकारी साझा की और कहा कि कोयला उत्खनन के लिए हस्सेव अरण्य के 94 हजार 460 पेड़ काटे जा चुके हैं.आप के राज्यसभा सांसद संदीप कुमार पाठक राज्यसभा में सवाल पूछा कि क्या भारतीय वन्यजीव संस्थान में हसदेव पर कोई अध्ययन कराया है? यदि अध्ययन हुआ है, तो क्या हसदेव में खनन कार्यों पर रोक लगाने की भी कोई सिफारिश है? 2023 तक हसदेव जंगल में कुल कितने पेड़ों की कटाई हुई है और इनकी भरपाई के लिए कितने पेड़ लगाए गए हैं. जो पेड़ लगाए गए हैं उनमें से कितने पेड़ वहां अब भी बचे हैं. संदीप में ये भी पूछा कि आने वाले दिनों में हसदेव अरण्य क्षेत्र में और कितने पेड़ों की कटाई प्रस्तावित है.

राज्य सरकार की रिपोर्ट में खनन रोकने की कोई सिफारिश नहीं: इन प्रश्नों के जवाब में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने राज्यसभा में बताया “छत्तीसगढ़ सरकार ने भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद, देहरादून को हसदेव अरण्य कोयला क्षेत्र में जैव विविवधता आकलन संबंधी अययन का कार्य सौंपा था. जिसके सहयोग से राज्य सरकार ने अपनी रिपोर्ट पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को 14 जून 2021 को प्रस्तुत किया है. इस रिपोर्ट में हसदेव अरण्य क्षेत्र में खनन संबंधी कार्यों पर किसी भी तरह का प्रतिबंध लगाने की सिफारिश नहीं की गई है.”

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