सड़क के लिए बाफना का सीएम को पत्र..
जगदलपुर inn24(रविंद्र दास)नेशनल हाइवे 30 के अंतर्गत धमतरी से जगदलपुर टू-लेन पेव्ड शोल्डर सड़क मार्ग को फोरलेन बनाने के लिए पिछले कई सालों से क्षेत्र के पूर्व भाजपा विधायक संतोष बाफना लगातार केन्द्रीय मंत्रियों एवं समय-समय पर बस्तर प्रवास पर आए जनप्रतिनिधियों को पत्र सौंपकर बस्तर की वर्षों पुरानी मांग के लिए आवाज उठाते रहे हैं। किन्तु हर बार बस्तरवासियों की यह बहुप्रीक्षित मांग और जगदलपुर से राजधानी रायपुर तक फोरलेन पर फर्राटेदार सफर का सपना अब तक अधूरा है।
चूंकि अब प्रदेश व केन्द्र मे पुनः भाजपा सरकार है ऐसे पूर्व विधायक संतोष बाफना ने पिछले दिनों रायपुर प्रवास के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात कर धमतरी से जगदलपुर टू-लेन पेव्हड शोल्डर सड़क मार्ग को फोरलेन में तब्दील करने हेतु केन्द्र सरकार को अवगत कराने मांग उठाई है।
बाफना ने कहा है कि, वर्तमान में उक्त सड़क मार्ग पर यातायात का जबरदस्त दबाव है। यातायात के बढ़ते दबाव के चलते यहां आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। आलम ये है कि, औसतन हर रोज दस से बारह हादसे हो रहे हैं। टू-लेन पेव्ड शोल्डर चौड़ाई की यह सड़क अब खून की प्यासी हो गई है। और हर रोज मौत परोस रही यह खूनी सड़क से राहगीरों को दर्द हो रहा है लेकिन हमदर्द बेपरवाह बने हुए हैं। एनएच का ठप्पा लिए बैठी धमतरी-जगदलपुर मार्ग सिर्फ नाम की एनएच है, सुविधाएं रत्ती भर भी नहीं है। इस मार्ग पर सुरक्षित सफर की कल्पना करना ही बेमानी है। हर कदम पर मौत मुंह बाए खड़ी है।
पूर्व में भी मैंने बढ़ते हुए यातायात दबाव को देखते हुए केन्द्रीय मंत्री गडकरी से आग्रह किया था, उसके जवाब में केन्द्रीय राजमार्ग मंत्रालय के द्वारा पत्र भेजकर मुझे जानकारी दी है कि, सड़कों के चौड़ीकरण हेतु निर्धारित तय मानकों के अनुसार यातायात 10,000 PCU (पैसेंजर कार यूनिट) से अधिक होने पर ही सड़कें फोर लेन के लिए योग्य होती हैं एवं मिली जानकारी अनुसार उक्त मार्ग में राष्ट्रीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी लिमिटेड के द्वारा वर्ष 2019-20 (26/07/2019 से 01/08/2019) में बदईगुड़ा टोल प्लाजा (जिला बस्तर) में ATCC Based यातायात सर्वेक्षण कराये जाने पर 9133 PCU (पैसेंजर कार यूनिट) प्रतिदिन यातायात पाया गया है। IHMCL द्वारा पूर्व में कराया गया यातायात सर्वेक्षण को लगभग 05 वर्ष से भी अधिक हो चुके हैं और वर्तमान में धमतरी-जगदलपुर मार्ग पर यातायात का दबाव भी बहुत बढ़ चुका है लगभग 14 से 15 हजार छोटे-बड़े वाहन प्रतिदिन इस मार्ग का उपयोग करते हैं। इसे लेकर भी मैंने पुनः ATCC Based यातायात सर्वेक्षण कराये जाने की मांग की थी लेकिन इसकी भी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो सकी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए बाफना ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से राज्य सरकार स्तर पर प्रयास करने का आग्रह कर कहा है कि, यह एनएच क्रमांक 30 बस्तर आदिवासी अंचल को राजधानी रायपुर से जोड़ता है रोज हजारों वाहन इससे गुजरते हैं जिससे आवागमन में दिक्कतें बढ़ रही हैं। इस एनएच पर यातायात दबाव को देखते हुए इसे टू-लेन पेव्ड शोल्डर से फोर लेन में परिवर्तित किए जाने की बहुत जरूरत है। यदि आप केन्द्र सरकार के समक्ष यह मांग रखें तो उक्त सड़क मार्ग फोर लेन में तब्दील करने की कार्यवाही संपादित हो सकती है।