जगदलपुर inn24 ( रविंद्र दास)विभागीय अधिकारियों की उदासीनता एवम लापरवाही का खामियाजा किस कदर बेकसूर सेवा निवृत्त होने वाले कर्मचारियों को भुगतना पड़ता है इसकी बानगी सेवा निवृत्त दीपा गुप्ता प्रकरण में बखूबी देखी जा सकती है । निःसंदेह ऐसे अधिकारियों को दंडित किया जाना चाहिए जिनके लापरवाही के कारण कर्मचारी सेवा निवृत्त होने के बाद पेंशन प्रकरण निराकरण तथा स्वत्वो के भुगतान के लिए कार्यालयों का चक्कर काटने के लिए विवश हो जाते हैं ।
उक्त बातें भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ बस्तर संभाग के अध्यक्ष एवम राष्ट्रीय मंत्री राम नारायण ताटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही है।
श्री ताटी ने कहा इसे विभागीय अधिकारियों की उदासीनता नही तो और क्या कहा जाए जो महज कार्यालयीन लिपिकों के भरोसे पर रहते हैं और बिना परीक्षण के पेंशन प्रकरण पर हस्ताक्षर कर निराकरण हेतु उच्च कार्यालय को प्रेषित कर देते हैं ।
दीपा गुप्ता पति देवेंद्र कुमार गुप्ता प्राथमिक शाला महात्मा गांधी वार्ड कांकेर में प्र अ के पद पर कार्य करते हुए 31,12,2023 को सेवा निवृत्त हुई ।
शिक्षा विभाग द्वारा इनका पेंशन प्रकरण भी उचित परीक्षण के बिना संभागीय संचालक कोष लेखा एवम पेंशन को p p o जारी करने हेतु भेजा गया ।
कोष लेखा में परीक्षण के दौरान यह पाया कि पति का नाम को देवेंद्र कुमार गुप्ता के जगह केवल देवेंद्र गुप्ता ही लिखा गया जिसके कारण कोष लेखा ने प्रकरण में आपत्ति लगाकर संबंधित विभाग को वापिस कर दिया ।शासन के नियमानुसार कर्मचारी के सेवा पुस्तिका में जैसा नाम अंकित है पेंशन प्रकरण में भी हुबहू वैसा ही नाम अंकित होना चाहिए । जिसको देखने का काम संबंधित विभाग के अधिकारियों का होता है ।
श्री ताटी ने कहा कि इसे बस्तर का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि अधिकांश कार्यालयों की यही स्थिति है जहां पूरा कार्यालय ही बाबुओं के भरोसे पर चलता है जिसके कारण इस प्रकार की स्थिति निर्मित होती है । श्री ताटी ने कहा उच्च अधिकारियों को इस ओर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में सेवा निवृत्त होने वाले कर्मचारियों को भटकना न पड़े ।
प्रेस विज्ञप्ति जारी करने वालों में आर एन ताटी, ओ पी भट्ट ,बसंत कुमार गुप्ता , डी रामन्ना राव, किशोर कुमार जाधव , रमापति दुबे,अब्दुल सत्तार खान, एल एस नाग,नागेश कापेबार ,दिनेश कुमार सिंघल , एस पी ठाकुर ,दिनेश सतमन,नीलम जग्गी,मीता मुखर्जी ,सरोज साहू , जयमनी ठाकुर ,हर्षा ठाकुर एवम राधा पामभोई शामिल हैं ।