कोरबा जिले में डीजल माफियाओं के पर कतरने आधी रात एसडीएम ने मारी रेड,980 लीटर डीजल ,वाहन के साथ पकड़ाया ड्राइवर ,मचा हड़कम्प
एसईसीएल की लचर सुरक्षा व्यवस्था का फायदा उठा खदानों के वाहनों से प्रतिदिन लाखों रुपए का डीजल पार कर खदानों में भयाक्रांत माहौल बनाए डीजल माफियाओं पर नकेल कसने अब स्वयं प्रशासन ने कमान थाम ली है। मुखबिर की सूचना पर रात 2 बजे पाली एसडीएम एवं नायब तहसीलदार ने चैनपुर में दबिश देकर 980 लीटर डीजल पिक वाहन जब्त किया है । डीजल, वाहन सहित छापेमारी में पकड़ाए ड्रायवरों को दीपका पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। हालांकि दीपका पुलिस जब्त डीजल 35 लीटर बता रही है। प्रशासन के इस छापेमारी से डीजल माफियाओं में हड़कम्प मचा है।
जानकारी अनुसार शुक्रवार की देर रात पाली एसडीएम शिव बैनर्जी को मुखबिर से सूचना मिली की एसईसीएल दीपका के खदान से चैनपुर के पास बड़े पैमाने पर डीजल चोरी की जा रही है। सूचना मिलते ही श्री बैनर्जी डीजल माफियाओं को पकड़ने नायब तहसीलदार नरेंद्र कंवर सहित टीम के साथ रात 2 बजे मौके के लिए निकल पड़े । प्रशासन की दबिश में 35 लीटर के 28 नग जेरीकेन में भरे 980 लीटर डीजल के साथ पिकअप वाहन पिकअप क्रमांक सीजी 12 बीजे 2641 को जब्त किया गया है। ड्राइवर तुषार सोनी पिता दयाराम सोनी कृष्णा नगर दीपका को गिरफ्तार किया है । जिसने वाहन का मालिक कोरबा निवासी गोलू सोनी का बताया है। डीजल ,जब्त वाहन दीपका पुलिस की अभिरक्षा में रखे गए हैं।एसडीएम श्री बैनर्जी ने जब्त डीजल की सूचना खाद्य विभाग को दे दी है।आवश्यक वस्तु अधिनियम के प्रावधानों के तहत निरीक्षक पंचनामा बना आवश्यक कार्रवाई के लिए कलेक्टर न्यायालय में प्रस्तुत करेंगे।
डीजल चोरी के इस बड़ी घटना में पुलिस एवं प्रशासन की कार्रवाई एवं बयान बेमेल है। जहां पाली एसडीएम 980 लीटर डीजल जब्त होने की बात कह रहे ,वहीं दीपका थाना प्रभारी महज 35 लीटर डीजल पकड़ाए जाने एवं उसे देखकर ही पुष्टि करने की बात कह रहे। प्रशासन इसके साक्ष्य भी प्रस्तुत कर रहा अब ऐसे में सवाल उठ रहा कि आखिर दीपक पुलिस जब्त डीजल के आकंड़ों को कम क्यों बता रही।