अतीक के दफ्तर में चाकू-खून के धब्बे:साड़ी और चूड़ियां भी बिखरी मिलीं, 34 दिन पहले यहां मिला था 74 लाख कैश
प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के दफ्तर में सोमवार को जगह-जगह खून फैला मिला। सीढ़ियों, कमरे और किचन में खून के ताजे धब्बे मिले हैं। फर्स्ट फ्लोर पर एक महिला की साड़ी और कुछ अंडर गारमेंट्स मिले हैं। एक चाकू भी मिला है। पुलिस ने तुरंत फोरेंसिक साइंस लैब (FSL) को जांच के लिए मौके पर बुलाया है। मीडियाकर्मियों से ऑफिस खाली करा दिया गया है। टीम जांच कर रही है कि ब्लड कितने दिन पुराना है। किसका है?
यह दफ्तर अतीक के गढ़ चकिया इलाके में है। 2020 में इसे प्रयागराज प्राधिकरण ऑथोरिटी (PDA) ने बुलडोजर चलाया था। तब से ये खाली पड़ा है। उमेश पाल हत्याकांड के बाद 21 मार्च यानी 34 दिन पहले इसी दफ्तर में पुलिस को 74 लाख रुपए कैश और 10 पिस्टल मिली थी।
ACP कोतवाली सतेंद्र पी. तिवारी ने कहा, “फोरेंसिक टीम यह जांच करेंगी कि ये धब्बे खून के हैं या कुछ और। खून के धब्बे हैं तो किसका खून हैं, यह भी जांच का विषय है। आसपास लगे CCTV कैमरों को चेक किया जा रहा है। देखा जाएगा कि हाल ही में क्या कोई शख्स अंदर गया है? आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।”
अतीक अहमद के इस दफ्तर का अगला हिस्सा दो बार गिराया जा चुका है। एक बार बसपा सरकार में 2006 में और दूसरी बार भाजपा सरकार में 2020 में। PDA ने 21 सितंबर 2020 को दफ्तर को गिरा दिया था। हालांकि, पीछे का हिस्सा छोड़ दिया गया था। इसी पिछले हिस्से में उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस ने कुछ दिन पहले छापा मारकर 74 लाख 72 हजार रुपए और 10 पिस्टलें बरामद की थीं।
2020 में करीब छह घंटे की कार्रवाई के बाद अवैध रूप से निर्मित भाग को पूरी तरह से जमींदोज करा दिया गया था। PDA अफसरों का कहना था कि अवैध रूप से किए गए निर्माण को हटाने के संबंध में अतीक अहमद को नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उसने इसे नजरअंदाज कर दिया था, जिसके तहत यह कार्रवाई की गई थी।
उमेश पाल हत्याकांड के 26 दिन बाद यानी 21 मार्च को पुलिस ने माफिया अतीक अहमद के ऑफिस पर छापा मारा। चकिया स्थित ऑफिस में 74 लाख 62 हजार रुपए कैश, 9 पिस्टल, 1 तमंचा और कारतूस मिले। पुलिस ने अतीक के पांच गुर्गों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस की रेड में दीवारों और फर्श को तोड़ने के बाद 500 और 200 रुपए के नोट बरामद हुए। जिन्हें गिनने के लिए मशीन मंगवानी पड़ी। पुलिस ने दफ्तर में काम करने वाले 5 लोगों को गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर छापेमारी और बरामदगी की गई।