
जगदलपुर inn24 (रविंद्र दास )बुधवार को महा कुंभाभिषेक, भंडारा, पूर्णाहुति और गरूड़ ध्वज अवरोहण के साथ बालाजी मंदिर के तीन दिवसीय महा पवित्रोत्सव विधान का समापन हो गया। सुबह सुप्रभात, नित्य आराधना के बाद संपूर्ण मंदिर का शिखर से महा कुंभाभिषेक किया गया। कुंभाभिषेक विधान में सैकड़ों भक्तों ने मंदिर के शिखर पर जाकर चाँदी के कलशों में भरे दिव्य द्रव्यों से मंदिर का अभिषेक किया। दूध, दही, शहद, शक्कर, गंगाजल, इत्र, फलों के रस आदि पदार्थों से भरे चाँदी और कांस्य के कलशों को शिरोधार्य कर बाँस की बनी चेली से चल कर भक्तों ने अभिषेक किया। लगभग 70 फ़ीट की कठिन और खड़ी ऊँचाई पर चड़ कर महिलाओं और बुजुर्गों ने भी भगवान बालाजी के प्रति अपनी आस्था प्रदर्शित की। कुंभाभिषेक के बाद हूए महाभंडारे में भी भक्तों ने बड़ी संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। शाम को आगम पंडितों के सानिध्य में भक्तों ने महा पूर्णाहुति दी। तीन दिवसीय पूजा विधान के अंत में गरूड़ स्तंभ से विधि विधान पूर्वक ध्वज उतार कर महोत्सव का समापन किया गया।