मई में भारत में लग सकता है लॉकडाउन! चरम पर होगा संक्रमण, रोजाना मिलेंगे 50000 नए मरीज

भारत में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर तेजी से पांव पसार रहा है। यहां रोजाना हजारों नए संक्रमितों की पुष्टि हो रही है। आज भी पूरे देश में 10000 से अधिक नए मामले की पुष्टि हुई है। जबकि 20 संक्रमितों की मौत हुई है। वहीं, एक्सपर्ट्स की मानें तो आगामी दिनों में कोरोना का भयंकर रूप देखने को मिलेगा। एक्सपर्ट्स के अनुसार मई के मध्य में भारत में रोजाना 15000 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि होगी।

2023 me दरअसल आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने की है। बता दें कि प्रोफेसर मणींद्र मैथमेटिकल मॉडल के आधार पर कोरोना की भविष्यवाणी करते हैं। वो पिछले तीन साल से कोरोना की सटिक भविष्यवाणी कर चुके हैं। प्रोफेसर अग्रवाल ने आजतक के साथ बातचीत में यह बात कही है। प्रोफेसर मणिंद्र ने बीते कुछ दिनों में कोरोना के बढ़ते हुए केसेज के आधार पर स्टडी की है। अपनी इसी स्टडी के आधार पर उन्होंने मई में भारत में कोरोना के कोहराम की आशंका जताई है। प्रोफेसर के अनुमान के मुताबिक इस दौरान हर रोज 50 से 60 हजार तक केसेज आ सकते हैं।

आखिर देश में कोरोना के मामलों में इतना ज्यादा उछाल आने की वजह क्या होगी? इसको लेकर भी प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने वजह बताई है। उनके मुताबिक इसके पीछे कारण है लोगों के अंदर नैचुरल इम्यूनिटी में कमी होना। असल में जब इंफेक्शन होता है तो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। लेकिन अब लोगों के शरीर में यह क्षमता पांच फीसदी कम हो चुकी है। वहीं, नया कोरोना वैरिएंट भी पहले के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैल रहा है। कोरोना के केसेज में आने वाले उछाल के पीछे भी यही दो वजहें प्रमुख हैं।

कोरोना को लेकर जहां एक तरफ केसेज में उछाल की बात चिंता बढ़ाने वाली है, वहीं दूसरी तरफ एक राहत की बात भी है। इसके मुताबिक कोरोना केसेज भले ही बहुत ज्यादा बढ़ जाएं, लेकिन यह उस तरह से घातक नहीं होंगे। प्रोफेसर अग्रवाल के मुताबिक इसको लेकर बहुत ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं हैं। कोरोना के मामले तो भले ही बहुत ज्यादा बढ़ जाएं, लेकिन यह लोगों के लिए बहुत ज्यादा घातक नहीं साबित होने वाले हैं। इसके अलावा मौतों की संख्या और लोगों के हॉस्पिटल में भर्ती होने वालों की संख्या भी कम ही रहेगी।

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