झीरम कांड का वो मंजर जिसे अपनी आंखों से देखा ,और उस घटना में मौत के मुंह से बाल-बाल बचे राजीव नारंग की जुबानी..
जगदलपुर inn24..झीरम कांड 25 मई 2013 आज से 10 वर्ष पूर्व सुकमा से परिवर्तन यात्रा कार्यक्रम के पश्चातजगदलपुर वापसी के दौरान नक्सलियों ने कांग्रेश के अग्रिम पंक्तियों के नेताओं को मौत के घाट उतार दिया था, इस अप्रत्याशित घटना से पूरा देश स्तब्ध रहा
,नक्सलियों ने कांग्रेस नेताओं के काफिले को दरभा घाट मे झीरम ग्राम के समीप रोक कर अंधाधुंध फायरिंग और ब्लास्ट कर 32 व्यक्तियों को मौत के घाट उतार दिया था,
जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ सुरक्षा बल के जवान ड्राइवर एवं ग्रामीण भी शहीद हो गए थे,काफिले में लगभग 25 गाड़ियों थी,लगभग 10 वर्षों के पश्चात भी इस घटना के गुनाहगार गिरफ्त से बाहर है..
इस घटना में 3 गोलियां लगने के पश्चात मौत के मुंह से निकले राजीव नारंग ने उस मंजर के बारे में बताया..