चक्रवाती तूफान मोचा ने मिजोरम में मचाई बड़ी तबाही, 50 से अधिक गांवों में 236 घरों को उजाड़ा, बेघर हुए लोग

बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान ‘Mocha’ ने बड़ी तबाही मचाई है। तूफान की वजह से मिजोरम के कई हिस्सों में घर गिर गए हैं। जानकारी के मुताबिक मिजोरम में  कम से कम 236 मकान और आठ शरणार्थी शिविर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि रविवार को इस शक्तिशाली तूफान के कारण मिजोरम के 50 से अधिक गांवों में कुल 5,749 लोग प्रभावित हुए हैं। हालांकि राहत की बात ये है कि तूफान की वजह से किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।

चक्रवात मोचा की वजह से देश के पूर्वोत्तर के दक्षिणी हिस्सों में बारिश शुरू हो गई, दक्षिण असम, नागालैंड और मिजोरम में रविवार को हल्की से मध्यम बारिश हुई। IMD के अधिकारियों ने कहा कि सोमवार तक कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। आईएमडी बुलेटिन के अनुसार, “मिजोरम और दक्षिण मणिपुर में सोमवार तक पूर्वोत्तर में अधिकतम वर्षा होने की संभावना है। मिजोरम और मणिपुर में भारी बारिश की संभावना है।’

आईएमडी ने मिजोरम में लगभग 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा की चेतावनी जारी की है। वहीं, मणिपुर में भी 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। आईएमडी के राष्ट्रीय बुलेटिन के अनुसार, रविवार शाम 5.30 बजे बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान ‘मोचा’ म्यांमार के ऊपर एक बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में कमजोर हो गया है। उसके बाद यह बंगाल की पूर्वोत्तर खाड़ी के ऊपर पिछले 6 घंटों के दौरान कमजोर होकर  26 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ा है।

सुपर साइक्लोन ‘मोचा’ ने रविवार को म्यांमार-बांग्लादेश तटों पर टकराने के बाद भूस्खलन किया, जिससे दक्षिण-पूर्वी तटरेखाओं वाले क्षेत्रों को व्यापक नुकसान हुआ और निचले इलाकों में पांच लाख से अधिक लोगों को निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा। अधिकारियों ने कहा कि 236 घरों में से 27 पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और 127 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।  मोसम विभाग ने बतया कि चक्रवाती तफान मोचा मिजोरम के सियाहा जिले के दो राहत शिविरों सहित 101 घरों को नुकसान पहुंचाया है। तूफान मोचा ने बांग्लादेश और म्यांमार को विभाजित करने वाली नाफ नदी के माध्यम से अपना रास्ता बनाया और तटीय इलाके में लैंडफॉल तिआ।

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