कुसमुंडा में फिर से जाम,याद आए पूर्व थाना प्रभारी कृष्ण कुमार वर्मा…..
कोरबा – बीते लगभग ९ माह पूर्व रायपुर एसीबी विभाग से से ट्रांसफर होकर कोरबा के कुसमुंडा थाने में पदस्थ हुए निरीक्षक कृष्ण कुमार वर्मा का तबादला बीते कुछ दिन पूर्व हो गया। उन्हे अब बांगों थाने का प्रभार दिया गया है। उनके अलावा १० अन्य थानों के भी प्रभारी बदले गए, हालांकि चुनाव के बाद पुलिस विभाग में तबादलों की चर्चा जोरों पर थी ही। बात करें थानेदार कृष्ण कुमार वर्मा की तो उन्होंने पदस्थापना के बाद से जितना समय कोरबा कुसमुंडा मार्ग आप बिताया शायद हो कोई पुलिस अधिकारी अथवा कर्मचारी ने बिताया हो,उन्होंने ना दिन देखा ना रात,ना धूल देखी ना बरसात,जब जब जाम लगा,पैदल ही निकल पड़े,कुसमुंडा थाने से लेकर कई किलोमीटर भीमकाय ट्रेलरों के बीच से होते हुए गुजरें,जाम खुलवाई। सड़क निर्माण की वजह से बदहाल कुसमुंडा की यातायात व्यवस्था को सम्हालने का भरपूर प्रयास उनके द्वारा किया गया। जाम खुलवाने के साथ साथ आज जो भारी वाहनों की आवाजाही की व्यवस्था बनी है वह भी उन्ही की देन है,कुसमुंडा की सड़क पर उतर कर एक एक कोने की समस्या को समझते हुए उन्होंने ट्रेफिक व्यवस्था को सुधारा,एक समय यह स्थिति थी की विकास नगर कॉलोनी किसी हाइवे से कम नहीं था,हर दिन हजारों दुपहिया चारपहिया वाहन कॉलोनी से गुजरें,यहां तक की भारी वाहन भी कॉलोनी में घुस आते थे,कॉलोनी वासियों का जीना मुहाल हो गया था,इस समस्या का भी उन्होंने समाधान किया। लोगों से जहां जहां जाम की समस्या को लेकर उन्हे याद किए वे हर काम छोड़ कर मौके पर पहुंचे,उन्होंने इसके बावजूद थाने में सैकडों लंबित प्रकरणों का भी निपटान किया। फील्ड के साथ साथ उनकी लिखा पढ़ी बेहद मजबूत रही है,पदस्थापना के दौरान उन्होंने पुराने मामले के साथ साथ नए मामलों का भी गंभीरता के साथ निपटारा किया है। उनका व्यवहार अपने थाना स्टाफ के साथ साथ कुसमुंडा क्षेत्र की जनता के लिए भी एक समान रहा है। सभी उनसे मिलकर उनके स्वभाव से आश्चर्य चकित हो जाते थे,की अधिकारी होकर भी एक आम आदमी जैसा व्यवहार,भाई भईया ही उनका सदैव संबोधन रहा। लड़ाई झगड़े,नशे खोरी,पति पत्नी विवाद, छोटे मोटे अपराधों पर उनकी समझाइश पर ही लोग सुधरें हैं, समस्याये भी थाने से ही सुधर गई है। जो जो इनसे मिला इनके व्यवहार का मुरीद हुआ है। निश्चित रूप से बहुत ही अल्प समय में कुसमुंडा थाने से इनके तबादले से क्षेत्र के लोगों में मायूसी रही है। बीते कुछ दिनों से एक बार फिर कुसमुंडा मार्ग पर जाम देखने को मिल रहा है ऐसे में अपने पुराने थानेदार की याद लोगों को आ रही है,जब भी जाम लगा वे थाना चौक से लेकर शिवमन्दिर चौक तक ट्रेलरों को व्यवस्थित करने में लग जाते थे,उन्हे सड़क पर उतरा देख कोल लिफ्टर भी स्वयं सड़क पर उतर कर जाम खुलवाने की जुगत में लगे रहते हैं। हालाकि वर्तमान समय में जाम लगने पर कुसमुंडा पुलिस पसीने तो बहा रही है परंतु जाम से राहत मिलती नही दिख रही है। वहीं बात करें एसईसीएल प्रबंधन की तो जाम से राहत दिलाने के लिए कुसमुंडा थाना चौक के पास भारी वाहनों के पार्किंग के लिए व्यवस्था बनाई गई थी जिसमें दर्जनों दुकानों को तोड़ा गया था परंतु आज यह पार्किंग स्थल केवल नाम मात्र का रह गया है। गाड़ियां बेतरतीब ढंग से यहां पर खड़ी रहती है जिस वजह से कुसमुंडा थाना चौक में अक्सर जाम लगा रहता है। इसके अलावा इमेज खबर फाटक का हर 10 मिनट बंद होना भी जाम की बड़ी वजह है। वहीं भारी वाहन चालक भी अपनी लेने को छोड़कर विपरीत लेने में चले जाते हैं जिस वजह से भी जाम की स्थिति उत्पन्न होती है।इमली छापर चौक पर भी चारों दिशाओं से भारी वाहनों का जमावड़ा भी लोगों के परेशानी का सबक बना हुआ है।