कटघोरा में देश के पहले लीथियम ब्लॉक का कंपोजिट एग्रीमेंट मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने प्रदाय किया लाइसेंस अनुबंध


कटघोरा में देश के पहले लीथियम ब्लॉक का कंपोजिट एग्रीमेंट
मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने प्रदाय किया लाइसेंस अनुबंध
रायपुर – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने आज शुक्रवार को मंत्रालय महानदी भवन में खनिज विभाग के कामों और योजनाओं की समीक्षा की। मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री श्री रेड्डी ने इस मौके पर कटघोरा लिथियम ब्लॉक के कंपोजिट लाइसेंस अनुबंध दस्तावेज और चार लौह अयस्क ब्लॉक्स के प्रीफर्ड बिडर आदेश सफल बोली दाताओं को प्रदान किए। जी. किशन रेड्डी ने खनन क्षेत्रों में बढ़ रहे यातायात के दबाव एवं नागरिक सुरक्षा को देखते हुए कोयला परिवहन के लिए बनाए जा रहे डेडिकेटेड कोल कॉरिडोर की प्रगति की भी जानकारी ली। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा भारत का पहला लिथियम ब्लॉक, ई-नीलामी के माध्यम से कोरबा जिले के कटघोरा क्षेत्र में माईकी साउथ माइनिंग प्रा. लि. को 76.05% की उच्चतम बोली के साथ आवंटित किया गया है। मुख्यमंत्री के सचिव और खनिज साधन विभाग के सचिव पी. दयानंद ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा संचालित खनन गतिविधियों एवं नीतियों की विस्तृत जानकारी दी।इसके साथ ही टिन खनिज के 03 भौमिकी प्रतिवेदन ई-नीलामी के माध्यम से आवंटन हेतु भारत सरकार के कोयला मंत्रालय को सौंपा गया है। चूंकि टिन सामरिक महत्व का खनिज है, इसलिए खनिज अधिनियम के तहत इसके आवंटन का अधिकार भारत सरकार के खान मंत्रालय को है। प्रदेश के खनिज विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के दंतेवाड़ा, सुकमा और बस्तर जिले अंतर्गत तीन ब्लॉक्स को चिन्हित किया गया है। इसमें ग्राम नेरली, जिला दंतेवाड़ा; ग्राम कुमा कोलेंग, जिला सुकमा; और ग्राम कुमा कोलेंग, जिला सुकमा एवं बस्तर शामिल हैं। खनिज सचिव पी. दयानंद ने पावर पॉइंट प्रजेंटेशन से राज्य सरकार द्वारा संचालित खनन गतिविधियों एवं नीतियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 28 प्रकार के खनिज मौजूद हैं। हमारा राज्य देश के कुल क्षेत्रफल का मात्र 4 प्रतिशत होने के बावजूद राष्ट्रीय खनिज उत्पादन मूल्य में 17 फीसदी से अधिक के योगदान के साथ खनिज उत्पादक राज्यों में द्वितीय स्थान पर है। टिन खनिज के 3 भौमिकी प्रतिवेदन ई-नीलामी के माध्यम से आवंटन के लिए कोयला मंत्रालय को सौंपा गया है। खनिज विभाग द्वारा दंतेवाड़ा, सुकमा और बस्तर जिले में तीन ब्लॉक्स में ग्राम नेरली, ग्राम कुमा एवं कोलेंग को चिन्हित किया गया है।