पिता की मौत पर भी जब घर नही पंहुची तब हुई अनहोनी की आशंका, घर को सम्हालने वाली सलमा का ५ साल बाद भी नही मिला कोई सुराग… १) कौन है सलमा..? २) सम्हाल रही थी घर की पूरी जिम्मेदारी….. ३) पूरे मामले से जल्द हटेगा पर्दा…. ४) आरोपी खेल रहें पुलिस के साथ आंख मिचौली…. ५) ५ साल पहले ध्यान देते तो आज अलग होती स्थिति…. इन बिंदुओं पर पढ़ें पूरी खबर….
कोरबा – जिले के दर्री मुख्य मार्ग पर एक युवती के नरकंकाल दबे होने की सूचना ने कुसमुंडा क्षेत्र में रहने वाले एक परिवार के जख्मों को फिर से हरा कर दिया हैं। अब तक जिस तरह से इस मामले में जानकारी निकल कर सामने आ रही है उससे यही आशंका जताई जा रही है की यह नरकंकाल सलमा खान का हो सकता हैं।
५ बिंदुओं में जानते है इस मामले की पूरी कहानी……
१) कौनहै सलमा.…?
वर्ष 2018 से लापता सलमा खान कुसमुंडा क्षेत्र अंतर्गत विकास नगर में निवासरत थी,पिता SECL से रिटायर्ड कर्मी थे, परिवार में सलमा सबसे बड़ी थी, माता पिता के अलावा एक छोटी बहन और एक छोटा भाई भी है। सलमा से आदर्श नगर शासकीय स्कूल में पढ़ाई की थी। शुरू से सी कला के क्षेत्र में गुणी सलमा स्कूल सहित अन्य कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेती थी। विकास नगर कुसमुंडा में दुर्गा पूजा में होने वाले डांडिया कार्यक्रम में भी बढ़ चढकर हिस्सा लेती थी और पुरस्कार प्राप्त करती थी।
२) सम्हाल रही थी घर की पूरी जिम्मेदारी…..
छोटी बहन की शादी के बाद, बीमार पिता, बूढी हो रही मां और अपने छोटे भाई की जिम्मेदारी ने जल्द ही पढ़ाई के बाद रोजगार की तलाश में लगा दिया, उसमें कुसमुंडा से कोरबा शहर का रुख किया, इस दौरान उसे न्यूज एंकरिंग का काम मिला, सलमा खान अपने टेलेंट और खूबसूरती के दम पर जिले में अलग पहचान बना रही थी, न्यूज एंकरिंग से लेकर कई कार्यक्रम के स्टेज शो के संचालन तक में वो अपना लोहा मनवा चुकी थी, अलग अलग न्यूज एजेंसी में काम के अलावा उसने कई अन्य संस्थानों में भी बतौर काउंसलर काम किया। अपने काम को और विस्तार देने की चाहत में वो कुछ ऐसे लोगो के संपर्क में आ गई जो एक समय के बाद उसे खटकने लग गए थे। अपने पत्रकारिता के दौरान मुझे आज भी याद है वर्ष लगभग २०१८ में ही जब कुसमुंडा के आदर्श नगर स्थित ऑफिसर्स कल्ब में एक न्यूज एजेंसी द्वारा सिंगिग कंपीटिशन का आयोजन हो रहा था, तब इस आयोजन को सलमा बतौर होस्ट कर रही थी। बहुत ही सलिखे से शब्दो का चयन कर मुस्कान के साथ प्रस्तुत करने की उसमें अद्भुत कला थी। वह जिले के अलावा बाहर भी कई कार्यक्रमों को होस्ट कर चुकी थी, जिस वजह से जिले से उसका बाहर आना जाना लगा रहता था, परिजन बताते हैं कि वर्ष 2018 में भी वह जिले से बाहर गई हुई थी, कुछ दिनों तक वह घर वालों के संपर्क में रही, फिर अचानक उसका मोबाइल बंद हो गया, घर वाले इस आस में थे की वह जल्द लौट आयेगी, परंतु इस दौरान सलमा के पिता की अकस्मात मौत हो गई, ऐसे दुख के घड़ी में भी सलमा का वापस नहीं आना परिवार को सलमा की चिंता को और बढ़ा देता है। परिजन कुसमुंडा थाने जाकर सलमा की गुमशुदगी की सूचना देते है,और अपने स्तर पर भी उसे ढूंढने का प्रयास भी करते हैं लेकिन उसका कहीं पता नही चलता है, जैसे तैसे परिजन सलमा के बिना जीवन व्यतीत कर रहे थे, परंतु अचानक 5 साल बाद सलमा के मामले ने तुल पकड़ कर परिजनों के दर्द को हरा कर दिया है, सलमा के परिजनों को उम्मीद है की अगर सलमा के साथ कोई अनहोनी हुई है तो आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी।
३) पूरे मामले से जल्द हटेगा पर्दा….
निश्चित रूप से सलमा का बीते ५ वर्षो से परिजनों अथवा परिचितों से संपर्क में नहीं होना किसी बड़ी अनहोनी को सच साबित करती है, बीते सप्ताह जिस तरह से जिले व प्रदेश की मीडिया में खबरें चल रही है, यह तय माना जा रहा है की उसके साथ बड़ी अनहोनी हुई है, परंतु इस अनहोनी की सच्चाई तभी पूर्ण रूप से सामने आएगी जब वह मिल जाए साथ ही उसके साथ हुए अनहोनी की घटना को अंजाम देने वाले भी पुलिस की गिरफ्त में हो, फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले को लेकर बेहद सक्रियता और गंभीरता के साथ काम कर रही है। जल्द ही पूरे मामले पर खुलासा होने की उम्मीद है।
४) आरोपी खेल रहें पुलिस के साथ आंख मिचौली….
इस पूरे मामले में पुलिस को कई लोगों पर हत्या कर शव को छुपाने का संदेह है और इसी वजह से सलमा से जुड़े अनेकों लोगों से कड़ी पूछताछ की जा रही है। जांच में जिस तरह से तथ्य निकल कर सामने आए हैं,पुलिस को इस घटनाक्रम में कई लोगो पर घटना को अंजाम देने के सबूत भी मिले है, परंतु पुलिस उन तक पंहुच पाती उससे पहले ही वे भाग खड़े हुए, उनके भागने से पुलिस का शक यकीन में बदलता जा रहा हैं। एक गवाह की निशानदेही पर सप्ताह भर पूर्व दर्री रोड में कोहड़िया पुल से आगे कुछ दूरी पर सड़क किनारे खुदाई की गई,खुदाई आगे भी जारी रहेगी। बताया जा रहा है कोरबा स्थित एक जिम संचालक और जिम ट्रेनर फरार हैं, जिनकी पातासाजी की जा रही है। पुलिस हर एंगल से सबूत जुटाते हुए काम कर रही है।
५) ५ साल पहले ध्यान देते तो आज स्थिति अलग होती….
इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि जिस वक्त सलमा के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की सूचना कुसमुंडा थाने में दी थी उस वक्त अगर गंभीरता से सलमा की खोजबीन की जाती तो निश्चित रूप से आज दिनांक को यह समस्या उत्पन्न नहीं होती। बीते 5 वर्ष की तुलना में आज स्थितियों में काफी बड़ा अंतर है, हत्या को लेकर जताई जा रही आशंका और जिस स्थान पर मारकर दबाने की बात सामने आ रही है उसकी भी वर्तमान भौगोलिक स्थिति में काफी बड़ा बदलाव हो चुका है। जिस वक्त इस घटना को अंजाम दिया गया होगा, उस वक्त सड़क की चौड़ाई कम थी, सड़क सकरी थी, सड़क किनारे पेड़ पौधे लगे हुए थे । आज सड़क की चौड़ाई बढ़ा दी गई है, पेड़ पौधे काट दिए गए हैं, इस वजह से नरकंकाल की बरामदगी में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी तरफ सलमा 5 वर्ष पूर्व वह किन-किन लोगों के संपर्क में थी किन लोगो के साथ उठना बैठना था इसकी पूर्ण रूप से जानकारी उस वक्त अच्छे से की जा सकती थी। आज 5 वर्ष बाद बहुत सारे तथ्यों को समझ पाना पुलिस के लिए कठिन है, “तत्काल हुए घटनाक्रम पर काम करना और 5 साल बाद हुए घटनाक्रम की जानकारी पर काम करना निश्चित रूप से बेहद जटिल है” । फिरभीहम यही कहेंगे जिस तरह से वर्तमान परिस्थितियों में कोरबा एसपी के निर्देश पर दर्री सीएसपी, प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी एवम कुसमुंडा पुलिस काम कर रहें है एवम जिस बारीकी से हर दिशा में साक्ष्य एकत्र कर आगे बढ़ रहें है बहुत जल्द ही इस मामले का खुलासा होगा। जिन लोगों ने इस अनहोनी को अंजाम दिया है वे निश्चित रूप से सलाखों के पीछे होंगे।