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CG Crime News : ऑनलाइन सट्टा संचालन के लिए बैंक खाता खुलवाने वाले तीन गिरफ्तार, करोड़ों का होता था लेन – देन

रायपुर : ऑनलाइन सट्टा संचालन के लिए बैंक खाता खुलवाने वाले तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार तीनों आरोपित अब तक 107 से अधिक बैंक खाते खुलवा चुके हैं। पुलिस ने आरोपित निखिल आहूजा निवासी जनता क्वार्टर रौनक न्यू राजेन्द्र नगर, संजय जसवानी निवासी सोलस हाईट्स अमलीडीह और सुनील कुशवाहा निवासी प्रेमनगर थाना पंडरी रायपुर को गिरफ्तार किया गया है। पता चला कि आरोपित एक खाते के बदले पांच हजार रुपये देते थे। इसके बाद वह बैंक की पूरी किट रख लेते थे।





खाते में आनलाइन सट्टे की रकम का लेन-देन होता था। तीनों आरोपितों से घटना में प्रयुक्त 107 नग बैंक पासबुक, सात नग मोबाइल फोन और नकदी रकम 50 हजार रुपये जब्त की गई है। आरोपितों के खातों में लगभग एक करोड़ का लेन-देन होना पाया गया है, जिसकी जांच की जा रही है। प्रार्थी शत्रुहन लाल जायसवाल ने थाना न्यू राजेन्द्र नगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह हर्ष रेसीडेंसी देवपुरी में रहता है।

करीबन दो-तीन माह पूर्व न्यू राजेन्द्र नगर स्थित हनुमान मंदिर चौक के पास प्रार्थी ने निखिल आहूजा मुलाकात कर पैसे की आवश्यकता होने पर उधार मांगा था, उसके तीन दिन बाद निखिल आहूजा द्वारा प्रार्थी को फोन कर प्रोग्रेसिव पाइंट के पास बुलाया और प्रार्थी से उसका पेन कार्ड, आधार कार्ड एवं पास-पोर्ट साइज की दो फोटो लिया और उसके दस्तावेजों की फोटो करवा कर बैंक में खाता खुलवाया। उसके बदले में पांच हजार रुपये दिए। इसके बाद पूरी किट रख ली।

इसी तरह अन्य लोगों के साथ किया गया। दिल्ली से आया था फोन मुख्य आरोपित संजय जसवानी ने पुलिस से पूछताछ में बताया कि छह माह पूर्व उसके पास दिल्ली से फोन आया था, जिसे वह नहीं जानता। फोन करने वाले ने कहा बैंक खाते उपलब्ध करवाने पर एक खाते का 16 हजार रुपये मिलेगा। इस पर संजय ने काम करना शुरू किया।

CG Crime News : ऑनलाइन सट्टा संचालन के लिए बैंक खाता खुलवाने वाले तीन गिरफ्तार, करोड़ों का होता था लेन – देन

इसके बाद वह खाते खुलवाता और ट्रेन के माध्यम से नागपुर और दिल्ली बैंक किट भेज देता था। उसके बदलने में रकम मिल जाती। संजय ने अपने ग्रुप में निखिल और सुनील को शामिल किया। उन्हें एक खाते के बदले 10 हजार रुपये देता था। तीनों मिलकर ऑनलाइन सट्टा के लिए बैंक खाते उपलब्ध करवाते थे।

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