हत्या के प्रयास के मामले में 01 वर्ष से फरार चल रहे आरोपी चढ़ा चांपा पुलिस के हत्थे
आरोपी द्वारा पीड़ित को धारदार हथियार से गंभीर रूप से घायल करने के बाद से लगातार चल रहा था फरार

जांजगीर चांपा : संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी गणेश कर्ष ने थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 7-7-2025 को इसका भाई कार्तिक राम कर्ष जो PIL कंपनी में नौकरी करता है दिनांक 7-7-2025 को कंपनी से काम करने के बाद शाम 5:00 बजे घर वापस आया था और जगन्नाथ स्वामी के रथ यात्रा देखने गया हुआ था कि मोहल्ले का जगदीश कर्ज उर्फ कोली ने इसके भाई को जबरदस्ती शराब पीने साथ चलने के लिए परेशान कर रहा था भाई कार्तिक राम के द्वारा मना करने पर आरोपी जगदीश कर्ष उर्फ कोली ने इसके भाई कार्तिक राम को मां-बहन की अश्लील गाली गलौज करते हुए अपने पास रखे धारदार चाकू से पेट पर प्राण घातक हमला कर दिया जिससे कार्तिक राम कर्ष गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया प्रार्थी की रिपोर्ट पर तत्काल अपराध पंजीकृत कर विवेचना में लिया गया घटना कारित करने के बाद आरोपी जगदीश कर्ष उर्फ कोली अपने घर से फरार हो गया था जिसे पुलिस टीम के द्वारा लगातार पता तलाश किया जा रहा था इसी क्रम में मुखबीर में सूचना मिला कि आरोपी जगदीश कर्ष उर्फ कोली रायगढ़ अपने दोस्त के यहां मिलने आया हुआ है सूचना मिलने पर तत्काल सूचना से जिले के पुलिस अधीक्षक श्री विजय कुमार पांडेय (भापुसे) अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री उमेश कश्यप, SDOP चाम्पा श्री यदुमणी सिदार को दिया गया जिस पर अधिकारियों द्वारा तत्काल पुलिस टीम को मौके की ओर रवाना कर आरोपी को पकड़ने के निर्देश दिए गए जिस पर थाना प्रभारी जयप्रकाश गुप्ता के निर्देशन में तत्काल एक टीम जिला रायगढ़ की ओर रवाना किया गया पुलिस टीम के द्वारा मौके पर पहुंचकर घेरा बंदी किया गया पुलिस टीम को आता देख आरोपी जगदीश कर्ष और कोली भागने के फिराक में था जिसे पुलिस टीम के आरक्षक द्वारा बिल्डिंग के प्रथम तल से कूद कर तथा आरोपी को दौड़ाकर पकड़ा गया पूछताछ करने पर आरोपी जगदीश कर्ष उर्फ़ कोली ने कार्तिक राम कर्ष के साथ मारपीट गाली गलौज कर धारदार हथियार से प्राण घातक हमला करना स्वीकार किया आरोपी के कब्जे से एक धारदार चाकू जप्त किया गया आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया
संपूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक जयप्रकाश गुप्ता थाना प्रभारी चाम्पा, सहायक उप निरीक्षक अरुण कुमार सिंह, बाबूलाल दिवाकर, आरक्षक वीरेश सिंह, खेमचरण राठौर का विशेष योगदान रहा