Chhattisgarhछत्तीसगढ

सामाजिक कार्यकर्ता रेवतीनंदन पटेल छत्तीसगढ़ गौरव सम्मान से हुए सम्मानित

शिखर साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बस्तर महाराजा कमलचंद्र भंजदेव के हाथों मिला सम्मान

जिला रिपोर्टर शक्ति उदय मधुकर, सक्ती : शिखर साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ राज्य संबद्ध धरोहर हमारे गौरव के तत्वाधान में 1 सितंबर सोमवार को राजधानी रायपुर में लोक कला साहित्य पर वैचारिक संगोष्ठी एवं राष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सिविल लाइन वृंदावन हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में सक्ती जिले के ग्राम टेमर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता रेवती नंदन पटेल को अकादमी द्वारा छत्तीसगढ़ गौरव सम्मान 2025 से नवाजा गया। अकादमी द्वारा उन्हें यह सम्मान उनके द्वारा सामाजिक जन-जागरूकता भरे उनके कार्यों के लिए प्रदान किया गया है। इस अवसर पर श्री पटेल को सम्मान स्वरूप स्मृति चिन्ह, अकादमी की पट्टिका और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया।

इन्हें यह राष्ट्रीय सम्मान शिखर साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ संबद्ध धरोहर हमारे गौरव मासिक पत्रिका द्वारा आयोजित लोककला साहित्य पर वैचारिक संगोष्ठी एवं राष्ट्रीय सम्मान समारोह के गरिमामय मंच में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाराजा कमल चंद्र भंजदेव राजमहल बस्तर जगदलपुर, कार्यक्रम अध्यक्ष नवीन अग्रवाल अध्यक्ष जिला पंचायत रायपुर, विशिष्ट स्थिति श्रीमती शकुंतला ढिलेन्द्र सेन अध्यक्ष जनपद पंचायत धरसीवां, दिनेश खुंटे उपाध्यक्ष जनपद पंचायत धरसीवां, श्रीमती सविता चंद्राकर समापति उद्योग एवं सहकारिता समिति जिला पंचायत रायपुर, पद्मश्री अनुप रंजन पांडेय, पद्मश्री डोमार सिंह कुंवर व डॉ मन्नुलाल चेलक अध्यक्ष शिखर साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़, वरिष्ठ पत्रकार योम प्रकाश लहरे व उदय मधुकर सक्ती सहित महानुभावों की मौजूदगी में प्रदान किया गया।

सम्मान प्राप्त करने के पश्चात सामाजिक कार्यकर्ता रेवती नंदन पटेल ने इस राष्ट्रीय सम्मान के लिए शिखर साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करते हुए इस सम्मान को अपने स्व. पिता इंद्रभूषण पटेल को समर्पित किया और कहा कि मैं अपने स्व. पिता की सीख लिए जीवनपथ पर आगे बढ़ रहा हूं। श्री पटेल ने इस सम्मान को अपने लिए प्रेरणा बताया। गौरतलब हो कि रेवतीनंदन पटेल हरदीहा मरार पटेल समाज में लोगों के बीच जन-जागरूकता के कार्यों में लगे रहते हैं। इतना ही नहीं मानवाधिकार कार्यकर्ता के रूप में जनसरोकार से जुड़े कार्यों के जरिए समाज में लोगों के बीच रचनात्मक सोच को बढ़ावा देते रहे हैं। बात करें शिखर साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ की तो यह एक साहित्यिक संस्था है जो की लोक कला, साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में कार्य करने वाले विभूतियों का सम्मान करती है। शिक्षा साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ राज्य हर साल 1 सितंबर को राजधानी रायपुर में राष्ट्रीय सम्मान समारोह एवं संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन करती है। 1 सितंबर 2025 को आयोजित कार्यक्रम अकादमी का तीसरा कार्यक्रम था जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य के अलावा‌ मध्य प्रदेश बिहार झारखंड गुजरात महाराष्ट्र से भी पहुंचे विशिष्ट जनों को उनके समाजोत्थान भरे कार्यों के लिए राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया।