SECL – प्रबंधन के प्रयासों से कुसमुंडा खदान में संसाधनों की चोरियों में लगा अंकुश
कोरबा – जिले के कुसमुंडा खदान में विगत लंबे समय से कोयला, डीजल कोयला चोरी चरम सीमा पार कर चुकी थी। बड़े बड़े सफेदपोश माफिया इस काम में लिप्त रहें, जिला पुलिस द्वारा बड़ी कार्यवाही के बाद एक ओर जहां इन अपराधों में लगाम लगी वहीं विगत लगभग छह माह से खदान अंदर होने वाली चोरियो पर कुसमुंडा प्रबंधन कड़ाई करते हुए अपने विभागीय सुरक्षा बलों और त्रिपुरा रायफल के जवानों को सक्रिय करते हुए चोरी रोकने कई प्रकार की रणनीति अपनाई गई, फलस्वरूप कुसमुंडा खदान में संसाधानोंकी चोरी पर लगभग अंकुश लगाना संभव हो पाया है।
केडी कंपनी को मिली क्लीनचिट…
पिछले वर्ष 2023 जुलाई के माह में कुसमुंडा खदान अंदर दो पिकअप जिन्हे डीजल चोरी के संदेह में पकड़कर कुसमुंडा पुलिस के सुपुर्द किया गया था। इन दोनो वाहनों का न्यायिक प्रक्रिया पूर्ण होने के उपरांत सुपुर्दनामा ले लिया गया था। उपरोक्त दोनों वाहन केडी कंपनी के अधीन संचालित थी। न्यायालय द्वारा जांच उपरांत केडी कंपनी के संचालक की इस मामले में संलिप्ता से इंकार किया गया था । इस घटना के बाद कुसमुंडा प्रबंधन द्वारा भी पूरे मामले पर एक विशेष जांच कमिटी गठित की गई थी, जिसकी रिपोर्ट हाल में प्रबंधन को सौंपी गई है। जिसमें केडी कंपनी की इस मामले में कोई भी संलिप्तता नही पाई गई और कुसमुंडा प्रबंधन द्वारा कंपनी को क्लीन चिट दे दी गई है। आगामी समय में खदान क्षेत्र में चोरियां पूर्ण रूप से बंद हो इसके लिए खदान की सुरक्षा में और कसावट लाने सतत प्रयास किया जाता रहेगा।