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पंचेत में बालू और कालूबथान में अवैध कोयला तस्करी से पुलिस के खाखी में लग रही है दाग

धनबाद से मनोज कुमार सिंह कि रिपोर्ट

धनबाद/निरसा: आप तो भले भाटी जानते हैं कि खाखी लोगो की सुरक्षा और क्षेत्र को शांति बनाए रखने साथ ही अवैध कारोबार पर रोक और न्याय के लिए होती है। लेकिन धनबाद जिला के कालूबथान और पंचेत में बालू और कोयला के अवैध उत्खनन कारोबार,तस्करी दिनदहाड़े होने से स्थानीय पुलिस के खाखी में दाग लग रही है जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है, की सुरक्षा देने वाली पुलिस बालू और कोयला को अपने संरक्षण में तस्करी करवा रहे हैं। प्राप्त समाचार के अनुसार निरसा अनुमंडल में पिछले 7 माह से एसडीपीओ का पद खाली है । जिसके कारण अवैध व गैरकानूनी काम जोरो से हो रहा है। झारखंड में बालू का टेंडर नही होने के कारण राज्य सरकार ने बालू घाट से बालू उठाव पर प्रतिबंध लगाया है। वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार के ही प्रशासन बालू उठाव की छूट दे दी है । बिना आदेश के पंचेत ओपी क्षेत्र के MH टाइप बालू घाट से दिनदहाड़े बड़े पैमाने पर प्रतिदिन हजारों टन बालू का उठाव हो रहा है । ट्रैक्टर के माध्यम से तस्करी हो रही है। पंचेत पुलिस इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है । सूत्रों के अनुसार पंचेत में प्रत्येक दिन ट्रैक्टर पर पंचेत पुलिस को ₹500 प्रतिदिन के हिसाब से मिलता है। जो खाकी के लिए एक शर्मनाक है बात है। जब गरीबों को न्याय मिलती है तो खाकी को देवता समझते हैं लेकिन ऐसे पुलिस ऑफिसर खाकी पर दाग लगा रहे हैं कारणों का अबतक पता नही जनता के मन मे कई सवाल चल रहे है।

वहीं कालूबथान में कोयले का बड़े पैमाने पर कारोबार हो रहा है प्रतिदिन क्षेत्र में अवैध कोयले स्टॉक के लिए डिपो शुरू हो रही है। कोयला माफिया बड़े पैमाने पर कोयला तस्करी कर रहे हैं और कालूबथान पुलिस के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हो रही है । लोगो के मन मे चर्चा चल रही है कि आखिर रक्षा करने वाला भक्षक क्यो बन गए है।

कालूबथान में कोयले के अवैध कारोबार पर बीते दिन धनबाद जिला के पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष रोबिन चंद्र गोराई ने धनबाद डीसी से शिकायत भी की है कि कालूबथान क्षेत्र में पुलिस के अगुवाई में कोयला तस्करी हो रहा है ।

वही धनबाद जिला प्रशासन अवैध खनन को लेकर जिला खनन टास्क फोर्स का गठन किया है ताकि अवैध खनन पर रोक लगाया जा सके। कारोबारियो पर कार्यवाही हो सके और बीते दो दिनों सें कार्यवाही भी हो रही है। लेकिन कालूबथान और पंचेत में इसके विपरीत काम खुलेआम हो रहा है, कहीं ना कहीं जिला प्रशासन के आदेशों की भी धज्जियां उड़ रही है। स्थानीय पुलिस वरीय पदाधिकारी से बिना डर के अपने संरक्षण में यह काम कर रही है। अब लोग किस प्रकार खाकी को भगवान कहेंगे। आपको बताते चले की पंचेत और कालूबथान में 2018 बैच के प्रभारी को नियुक्त किए गए हैं। कहा जाता है कि पदभार संभालते ही क्षेत्र में बालू और कोयले को लेकर पूरी छूट देती है। जो क्षेत्र में आम लोगो के बीच काफी चर्चा बना हुआ है जो पुलिस विभाग के लिए एक शर्मनाक है।

इस प्रकार की चर्चा होने पर लोग से पुलिस पर विश्वास भरोसा उठ रहा है। अब देखना है कि जिला टास्क फोर्स का जो गठन धनबाद में किया गया है। इसका असर कालूबथान और पंचेत में क्या असर पड़ता है या फिर खाखी नतमस्तक बनी रहेगी। और बालू से लेकर कोयला का अवैध खनन होती रहेगी।

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