इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में मनाया गया पेपर बैग दिवस
पर्यावरण और उसके लोगों को बचाने के लिए आज से पेपर बैग का उपयोग करें-डॉ. संजय गुप्ता
दुनियाभर में हर साल 12 जुलाई के दिन विश्व पेपर बैग डे मनाया जाता है। इस दिन पर पर्यावरण से होने वाले नुकसानों को रोकने और लोगों को प्लास्टिक के उपयोग को कम करके पेपर बैग के इस्तेमाल को लेकर प्रेरित किया जाता है।इस वर्ष की थीम है- “यदि आप प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए लिए कुछ अच्छा करना चाहते हैं तो पेपर बैग का उपयोग करें।”
12 जुलाई को, इंडस पब्लिक स्कूल, दीपका में पर्यावरण के अनुकूल पेपर बैग के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए प्री-प्राइमरी विंग में पेपर बैग दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और संधारणीय विकल्पों को अपनाने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। छात्रों ने प्रिंसिपल, सीनियर और प्राइमरी और प्री प्राइमरी विंग के अकादमिक समन्वयक, शिक्षकों और आया दीदी और चपरासी सहित सभी सहायक कर्मचारियों को हस्तनिर्मित पेपर बैग वितरित करने की पहल की।
दिन का मुख्य आकर्षण आकर्षक कार्यशालाएँ थीं जहाँ छात्रों को पेपर बैग बनाने की कला सिखाई गई। इन व्यावहारिक गतिविधियों ने उन्हें पर्यावरण संरक्षण के बारे में बहुमूल्य कौशल और ज्ञान प्रदान किया। इसके अतिरिक्त, प्लास्टिक के पर्यावरणीय प्रभाव और पेपर बैग के उपयोग के लाभों के बारे में छात्रों की समझ को गहरा करने के लिए कई अन्य गतिविधियाँ आयोजित की गईं।
प्री प्राइमरी शिक्षिकाओं के प्रयासों से छात्रों ने न केवल संधारणीयता के बारे में सीखा बल्कि हमारे स्कूल समुदाय के भीतर पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देने में भी सक्रिय रूप से भाग लिया। पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए प्रतिबद्धता की सीख दी गई।
विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता ने कहा कि आइये हम सब भी मिलकर हरित एवं सुन्दर भविष्य की दिशा में काम करना जारी रखें।इस दिन का उद्देश्य प्लास्टिक बैग की जगह पेपर बैग के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है. यह दिन हमारे पर्यावरण पर प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित है।दरअसल, पेपर बैग के इस्तेमाल से हम अपने पर्यावरण को दूषित होने से तो बचा ही सकते हैं, इसे बड़ी ही आसानी से रियूज और रीसायकल भी कर सकते हैं. अगर हर इंसान प्लास्टिक की बजाय पेपर बैग का इस्तेमाल करना शुरू कर दें तो पर्यावरण की सबसे बड़ी समस्या हम बड़ी आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।
कागज़ के बैग बायोडिग्रेडेबल होते हैं, जिसका मतलब है कि वे समय के साथ स्वाभाविक रूप से विघटित हो सकते हैं , प्लास्टिक बैग के विपरीत जो सैकड़ों वर्षों तक पर्यावरण में बने रह सकते हैं। यह बायोडिग्रेडेबिलिटी लैंडफिल और पारिस्थितिकी तंत्र पर दीर्घकालिक प्रभाव को काफी कम कर देती है।आइए हम सभी संकल्प लें कि हम अपनी प्रकृति मां की सुरक्षा करेंगे एवं आधिकाधिक पेपर बैग का उपयोग कर उसे सजाएंगे संभालेंगे और संवारेंगे। हम आज के बाद किसी भी प्रकार के प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल नहीं करेंगे। हम आसपास के सभी लोगों को भी जागरूक करेंगे।