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किसान ने भिड़ाया ऐसा देसी जुगाड़ की इस प्राकृतिक तरिके से खेती कर हर महीने कमाए कम लागत में लाखों

किसान ने भिड़ाया ऐसा देसी जुगाड़ की इस प्राकृतिक तरिके से खेती कर हर महीने कमाए कम लागत में लाखों देश का किसान आज एक ऐसी व्यावहारिक विधि की तलाश में है जिससे उसकी कृषि की कम लागत और आय-उत्पादन में बढ़ोतरी हो सके. प्राकृतिक खेती लागत कम करने के साथ फसल उत्पादन बढ़ाने में सक्षम है. इससे कम खर्च में किसान शुद्ध व अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकता है.




पश्चिम राजस्थान सहित प्रदेशभर में कीटनाशकों के अंधाधुंध उपयोग से खेती की बिगड़ती सेहत और बढ़ती लागत को कम करने के लिए किसान अब प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रहे है. किसान अपने देशी जुगाड़ से ही खेत मे ही बीजामृत,जीवामृत, निमास्त्र बना रहे है जिससे किसानों की आय में मुनाफा हो रहा है.

बीजामृत बनाने के लिए किसान 20 लीटर पानी मे 5 किलो गाय का गोबर, 50 ग्राम चुना, 5 लीटर गौमूत्र और मिट्टी को मिलाकर एक बड़े ड्रम में रख दे जिससे यह बीजामृत बन जाएगा. इससे फसल उत्पादन में बढ़ोतरी होगी.सरहदी बाड़मेर जिले के सीमावर्ती जानपालिया,गुड़ामालानी, चौहटन, बाखासर, मिठड़ी सहित दर्जनों गांवों में किसान प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ रहे है जिससे न केवल उत्पादन व आय में बढ़ोतरी हो रही है बल्कि खेती की लागत में कमी आ रही है. जानपालिया निवासी प्रगतिशील किसान हरी राम भाखर बताते है कि प्राकृतिक विधि से घोल तैयार कर बिजोपचार और कीट प्रबंधन कर खेती की जा रही है.

किसान कर रहे प्राकृतिक खेती देसी जुगाड़ 

इतना ही नही किसान अपने खेत मे ही निमास्त्र बना सकते है. इसके लिए किसान को 200 लीटर पानी मे 10 लीटर गौमूत्र मिलना है. इसके बाद 2 किलो गाय का गोबर, 10 किलो नीम की पत्ते मिलाने के बाद इसको एक सप्ताह के लिए रख देना है फिर इजको छानकर उपयोग में ले सकते है.वही अग्नि अस्त्र बनाने के लिए किसान को 20 लीटर गौमूत्र, आधा किलो हरी मिर्च, आधा किलो लहसुन, 2 किलो नीम के पत्ते आधा किलो तम्बाकू पाउण्डर और हल्दी की आवश्यकता होती है.

वैज्ञानिक के मुताबिक कितना होगा मुनाफा

कृषि विज्ञान केंद्र गुड़ामालानी के अध्यक्ष एव वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक ड़ॉ बाबूलाल मीणा के मुताबिक सरहदी बाड़मेर में किसान अब प्राकृतिक एव जैविक खेती की बढ़ रहे है. इससे किसानों की आय व उत्पादन में वृद्धि होगी. साथ ही लागत में कमी आएगी..इससे किसान अपने खेत मे शुद्ध फसल का उत्पादन ले सकता है.

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