खेती-किसानी

किसान होंगे अब मालामाल बरसात की जगह गर्मी में करे इस फसल की खेती, 100 दिन में आएगी खिलखिलाती फसल, जाने सही तरीका

किसान होंगे अब मालामाल बरसात की जगह गर्मी में करे इस फसल की खेती, 100 दिन में आएगी खिलखिलाती फसल, जाने सही तरीका

किसान होंगे अब मालामाल बरसात की जगह गर्मी में करे इस फसल की खेती, 100 दिन में आएगी खिलखिलाती फसल, जाने सही तरीका। वैसे तो मक्के की फसल खरीफ फसल मानी जाती है. लेकिन, अब किसान बेहतर मुनाफे के लिए जायद के दिनों में भी मक्के की खेती करते हैं. इसमें प्रमुख रूप से सफेद मक्के की बुवाई की जाती है. वैसे तो किसान पारंपरिक तरीके से इसकी खेती करते हैं लेकिन किसान कृषि वैज्ञानिक की सलाह को मानने पर आप अधिक फायदा पा सकते हैं.




इस संबंध में हजारीबाग के गोरिया करमा स्थित ICR के कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर आरके सिंह बताते हैं कि सफेद मक्के की खेती किसान छोटे पैमाने पर करते हैं. मई के महीने में लगाए गई फसल 90 से 110 दिनो में तैयार हो जाती है. इस मक्के को लोग भूनकर खाना अधिक पसंद करते हैं, जिस कारण बाजार में इसका रेट अधिक मिलता है.

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उन्होंने आगे बताया कि जो किसान जुलाई और अगस्त माह में अपने खेतों से मक्के की फसल लेना चाहते हैं, वो अभी मक्के की खेती लगा सकते हैं. इसके लिए किसान ऐसे खेतों का चयन करें जहां की मिट्टी दोमट हो या ऐसी मिट्टी हो जहां नमी बनी रहे. साथ ही भूमि का पीएच मान 6 से 7 के बीच हो.

किसान होंगे अब मालामाल बरसात की जगह गर्मी में करे इस फसल की खेती, 100 दिन में आएगी खिलखिलाती फसल, जाने सही तरीका 

बुवाई के 10-15 दिन पूर्व किसान अपने खेतों में गोबर खाद अवश्य मिला लें. इससे जमीन उपजाऊ बनी रहता है. यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में कई कृषक मुर्गी का गोबर खेतों में देते हैं. अगर मुर्गी का गोबर दे रहे हैं तो 4 से 5 माह पूर्व ही खेत में दें. जुताई के समय कृषक अपने खेतों की मिट्टी को भुरभुरा बना लें.

मक्के की खेती 2024  

डॉ. आरके सिंह आगे बताते हैं कि मक्के की बुवाई करते समय किसी फास्फोरस और पोटाश का मिश्रण मिलाकर अवश्य दें. साथ ही हर 8 से 10 दिनों के बाद सिंचाई अवश्य करें. इससे फसलों में दत्त बनी रहेगी और पैदावार अच्छी रहेगी.

50 क्विंटल प्रति एकड़ तक की पैदावार

यहां के मौसम और खेतों के लिए विवेक, गंगा, बीएल 1, बीएल 4 के सफेद मक्का बीज सबसे उपयुक्त हैं. इस बीज से किसान 50 क्विंटल प्रति एकड़ तक की पैदावार ले सकते हैं. जायद मौसम की मक्के की फसल के लिए कतार से कतार के बीच की दूरी 45-65 सेंटीमीटर हो और पौधे से पौधे की दूरी 20 से 25 सेंटीमीटर होनी चाहिए.

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