समाज में सनातनी व्यवस्था की मजबूती के लिए संकल्पित हूं- श्रीमती अंजू गबेल सनातन सेविका
पाश्चात्य संस्कृति व सभ्यता से दूरी बनाते हुए धर्म जागरण के कार्यों से बच्चों को संस्कारवान बनाएं - अंजू गबेल सनातन सेविका

जिला रिपोर्टर शक्ति उदय मधुकर
सक्ती : धर्म जागरण के कार्यों से समाज में हिंदू धर्म की सिद्धांतों व मूल्यों के प्रति चेतना पैदा कर आने वाले कल के भविष्य हमारे बच्चों को संस्कारवान बनाते हुए सनातनी व्यवस्था की मजबूती तथा उसे अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए संकल्पित हूं। उक्त बातें धर्म जागरण महिला मातृ शक्ति की प्रदेश संयोजिका व सनातन सेविका श्रीमती अंजू गबेल ने रविवार ,28 सितंबर को कही ।
सनातन सेविका श्रीमती अंजू गबेल ने आगे कहा कि आज हिंदू धर्म खतरे में है। समाज में लोग पाश्चात्य सभ्यता व संस्कृति के प्रभाव में आकर अपनी सभ्यता व संस्कृति को नजरंदाज कर रहे हैं। ऐसे में जरुरत इस बात की है कि हम अपने बच्चों को संस्कारवान बनाएं ताकि वे पथभ्रष्ट न होने पाएं। उन्हें पाश्चात्य संस्कृति व सभ्यता से उन्हें दूर रखें ताकि धर्मान्तरण जैसे गतिविधियां न पनप सकें और सनातनी व्यवस्था को मजबूती मिले। इसके लिए उन्होंने समाज में धर्म जागरण भरे कार्यक्रमो के अधिकाधिक आयोजन पर जोर दिया। बात करें दो विषय हिन्दी साहित्य और समाज शास्त्र में स्नातकोत्तर तथा एलएलबी की पढ़ाई कर चुकी सनातन सेविका श्रीमती अंजू गबेल ने बताया कि समाज सेवा के क्षेत्र में आने की प्रेरणा उन्हें उनके पिता से मिली। उनके बताए ज्ञान ने मुझे सनातन संस्कृति व मान्यताओं की मजबूती के लिए आगे बढ़कर कार्य करने के लिए प्रेरणा दिया।
शुरूआती दिनों में वे सम्यक जनसेवा शिक्षण संस्थान नामक एनजीओ से जुड़ी और समाज में गरीब महिलाओं, दिव्यांग जनों सहित पीड़ितजनों के कल्याण के कार्य किया। इसके पश्चात साल 2003 में वैवाहिक जीवन में बंधने के बाद उन्हें अपने ससुराल वालों से मिले सहयोग भी इस क्षेत्र में उनके हौसलों को उड़ान दी। इसके लिए उन्होंने अपने सास- ससुर व पति का भी धन्यवाद किया। विदित हो कि सक्ती निवासी श्रीमती अंजू गबेल वर्तमान में धर्म जागरण महिला मातृ शक्ति प्रदेश संयोजिका के रूप में लगातार धर्मजागरण के कार्यों के आयोजन के जरिए सनातनी व्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में लगी हुई हैं।
हाल के दिनों में उनके नेतृत्व में सक्ती नंदेली भांठा में हिंदू पंचायत विराट हिन्दू सम्मेलन का प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम, जोबा में 2100 पार्थिव शिवलिंग की पूजन कार्यक्रम, घर-वापसी के कार्यक्रम शामिल हैं। वहीं इस दिशा में बीते कल 27 सितंबर, शनिवार को सक्ती नगर के गायत्री मंदिर से मां महामाया मंदिर तक माता रानी के सम्मान में विशाल चुनरी यात्रा का आयोजन भी शामिल है।