Chhattisgarh : नवरात्र में एसिट के घी से मंदिरों में जलाने वाले थे कलश, कारोबारी के घर छापे में मिला 7900 लीटर घी
चैत्र नवरात्र मास का महीना बहुत जल्द शुरू होने वाला है। इस दौरान लोग मंदिरों में पूजा अर्चना करने के साथ-साथ श्रद्धा पूर्वक ज्योति कलश पूरे 9 दिनों तक जलते हैं। इस तरह के लाखों कलश छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में इस नवरात्र जलाए जाने थे। इस बीच प्रशासन और खाद्य एवं औषधि संरक्षण की संयुक्त टीम ने अंबिकापुर स्थित एक मकान में शुक्रवार की दोपहर छापा मारा है। जहां से टीम को करीब 7900 लीटर नकली घी मिला है। टीम के मुताबिक यह नकली घी डालडा एवं सोयाबीन तेल को मिलाकर इसमें एसिड डाल के तैयार किया गया है।
बताया जा रहा है कि अंबिकापुर एसडीएम को यह सूचना मिली थी कि गोंदिया से अंबिकापुर आए राकेश बंसल नाम के व्यक्ति के पास बड़ी मात्रा में नकली घी है। जिसे चैत्र नवरात्र के दौरान मंदिरों में खपाने की तैयारी चल रही है। मुखबिर की सूचना के बाद फूड विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने पुलिस बल्कि मौजूदगी में आज दोपहर छापा मारा है। यह छापा अंबिकापुर के बाबूपारा स्थित एक मकान में मर गया है। जहां बड़ी मात्रा में टीम को नकली घी और काम करने वाले कर्मी मिले हैं।
इस छापे की कार्रवाई के बाद तहसीलदार ने जानकारी देते हुए बताया कि जब उन्होंने छापा मारा तो उन्हें मौके पर 200 टीनों में घी बनकर तैयार मिला है। इसके अलावा 700 लीटर के साथ ड्रमों में घी तैयार कर पैकिंग करके पहले ही रखा जा चुका था। इस छापे के बाद टीम को जांच में पता चला है कि वनस्पति घी एवं सोयाबीन तेल को मिलाकर यह घी तैयार किया जा रहा था। इसके साथ ही इसमें एसिड डाला जा रहा था।
Chhattisgarh : नवरात्र में एसिट के घी से मंदिरों में जलाने वाले थे कलश, कारोबारी के घर छापे में मिला 7900 लीटर घी
अधिकारियों की माने तो नकली घी बनाने वाला यह कारोबारी जिसका नाम राकेश बंसल है यह महाराष्ट्र के गोंदिया का रहने वाला है। इस पूछताछ में उसने बताया कि यह घी का उपयोग उसके द्वारा चैत्र नवरात्र में मंदिरों में जलने वाले मनोकामना दीप के लिए किया जाना था। आब प्रशासन ने घी को जप्त कर लिया है और आगे की जांच जारी है।