ठेका मजदूरों को नहीं मिला बोनस, BJMTU और राष्ट्रीय मानवाधिकार के पदाधिकारियों ने HEMS और अरना ने नाम SECL में लिखित शिकायत
कोरबा जिले के रजगामार में संचालित SECL की खदानों में कार्यरत ठेका मजदूरों को पेंशन नहीं मिलने की शिकायत SECL के उप क्षेत्रीय प्रबंधक से किया गया है।
आपको बता दे SECL की खदानों में कार्यरत ठेका मजदूरों के निर्धारित वेतन का 8.33% बोनस कर्मचारियों को प्रदान करना था लेकिन SECL में कार्यरत कंपनी अरना कंस्ट्रक्शन और HEMS ने कोल इंडिया के निर्देशों को दरकिनार करते हुए उन्हें बोनस की राशि प्रदान नही किया।
शिकायतकर्ता ने शिकायत पत्र में उल्लेखित करते हुए बताया वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए ठेकेदारों के श्रमिकों के संबंध में अनुग्रह राशि के भुगतान के लिए चर्चा का रिकॉर्ड नोट 29.09.2024 को सीआईएल कार्यालय, स्कोप कॉम्प्लेक्स, लोधी रोड, नई दिल्ली में आयोजित जेबीसीसीआई-XI की मानकीकरण समिति की तीसरी बैठक के दौरान, जिसमें वर्ष 2023-24 के लिए गैर-कार्यकारी कैडर कर्मचारियों को प्रदर्शन लिंक्ड रिवॉर्ड (पीएलआर) के भुगतान के मामले पर चर्चा की जा रही थी, सीटीयू के प्रतिनिधियों ने ठेकेदार श्रमिकों को एक्सग्रेशिया के भुगतान का मुद्दा उठाया।
लम्बी चर्चा के बाद निम्नलिखित पर सहमति बनी:-
1. सभी भावी एनआईटी (खनन अनुबंधों के लिए) में वेतन/मजदूरी के 8.33 प्रतिशत की दर से “ठेकेदार श्रमिकों के लिए प्रदर्शन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई)” के भुगतान के लिए एक अतिरिक्त प्रावधान शामिल किया जाएगा, भले ही वे बोनस भुगतान अधिनियम, 1965 के अंतर्गत आते हों या नहीं।
2. खनन गतिविधियों में लगे ठेकेदारों के कर्मचारी और इस प्रकार बोनस भुगतान अधिनियम में निर्धारित सीमा से अधिक वेतन प्राप्त करने वाले मौजूदा/चल रहे अनुबंधों में भी 2023-24 से ऊपर पीएलआई प्राप्त करने के हकदार होंगे। मौजूदा अनुबंधों में, ठेकेदार भुगतान करेंगे और प्रतिपूर्ति का दावा करेंगे।
एचपीसी/जेसी वेतन में अपनाई जा रही प्रथा के अनुसार
3. ठेकेदारों द्वारा उपरोक्त पीएलआई का भुगतान दिवाली-2024 तक किया जाना है।
SECL प्रबंधन को चाहिए कि इस तरह के मामलों को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द मजदूरों के हित में उनके बोनस की राशि को दिलवाते हुए निर्देशों के विपरीत मनमानी करने वाले ठेका कंपनियों पर कड़ी कार्रवाई करें ताकि किसी भी मजदूर का शोषण ना हो।