कुसमुंडा की नीलकंठ कंपनी में 80 बाहरी लोगों को दिया गया रोजगार,आश्वाशन के बाद भी नहीं हटाया गया..
सतपाल सिंह

कुसमुंडा की नीलकंठ कंपनी में 80 बाहरी लोगों को दिया गया रोजगार,आश्वाशन के बाद भी नहीं हटाया गया…
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने दिया अल्टीमेटम,मांग पूरी नहीं होने पर होगा उग्र आंदोलन..
कोरबा – जिले के कुसमुंडा खदान में नियोजित ठेका कंपनी नीलकंठ द्वारा भूविस्थापित और स्थानीय लोगों की उपेक्षा करते हुए 80 बाहरी लोगों को काम पर रखा गया है,जिसके विरोध में छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने मोर्चा खोलने का निर्णय लिया है। पूरे मामले पर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के पदाधिकारियों का कहना है कि कुछ माह पूर्व एस.ई.सी.एल. जी.एम. ऑफिस में बैठक आयोजित तृपक्षीय वार्तालाप में एस. डी.एम कटघोरा एवं गाँव वाले के समक्ष नीलकंठ के एच.आर. प्रमुख मुकेश सिंह के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि बाहरी एवं गैर स्थानीय 80 व्यक्तियों को दो दो माह के भीतर उनकी नियुक्ति रद्द कर दी जायेगी उनके स्थान पर खदान प्रभावित / स्थानीय व्यक्तियों को नियुक्त किया जायेगा परन्तु आज तक तथाकथित 80 लोगों को नहीं हटाने के बाजाये बाहरी व्यक्तिायों की भर्ती की जा रही हैं।
नीलकंठ कम्पनी प्रबंधक द्वारा न सिर्फ गुमराह किया जा रहा हैं अपितु स्थानीय बेरोजगारों के आँखों में घुल झोका जा रहा हैं। छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना संगठन के 25 युवा स्थानीय बेरोजगार की भर्ती लेने का आश्वासन दिया गया था जिसमें लगभग 10 ओ.बी. एवं 15 कोयले में रोजगार देने की बात मुकेश सिंह जी के द्वारा बोला गया था परन्तु आज दिनांक 11.10.2025 तक संगठन के किसी भी बेरोजगार को नियुक्त नहीं किया गया है जिसका आवेदन आज एस.ई. सी.एल. महाप्रबंधक को प्रेषित हैं।
ऐसे में नीलकंठ कम्पनी के एच.आर. प्रमुख एवं जी.एम. को निर्देशित किया जाये कि अगामी 15 दिनों के अंदर बाहरी लोगों को हटा कर लोकल/स्थानीय लोगों को काम में लगाया जाये अन्यथा छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना गैर राजनीतिक संगठन अपने आक्रामक तेवर दिखाते हुए एस.ई.सी.एल. कार्यालय के गेट बंद एवं खदान बंद करने को बाध्य होगें जिसका सम्पूर्ण जवाबदारी नीलकंठ एवं एस.ई.सी.एल. प्रबंधन की होगी।