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BJYM कार्यकर्ताओं ने फाड़ी पुलिस की वर्दी:बिलासपुर में भाजयुमो ने किया उग्र प्रदर्शन, रोजगार दफ्तर में घुसने से रोका तो पुलिस से हुई झूमाझटकी

बिलासपुर में बेरोजगारों को भत्ता नहीं देने के खिलाफ भाजपा युवा मोर्चा के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उग्र प्रदर्शन किया और रोजगार दफ्तर में तालाबंदी करने के लिए घुस गए। इस दौरान उन्हें रोकने पर कार्यकर्ताओं ने पुलिसकर्मी की वर्दी फाड़ दी, जिसके बाद पुलिस से उनकी जमकर झूमाझटकी हुई।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर भाजयुमो के नेताओं ने प्रदेश के सभी जिलों में रोजगार कार्यालय का घेराव कर तालाबंदी करने का ऐलान किया है। इसी कड़ी में मंगलवार को जिला भाजयुमो के पदाधिकारी और कार्यकर्ता रैली निकालकर रोजगार कार्यालय पहुंचे थे। इस दौरान जमकर नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ता रोजगार ऑफिस में तालाबंदी करने के लिए घुस गए। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिसकर्मियों के साथ कार्यकर्ताओं भिड़ गए।

इस दौरान हंगामा और नारेबाजी कर रहे भाजयुमो पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को रोकने लिए पुलिस ने रोजगार दफ्तर के बाहर बेरिकेडिंग की थी, जहां आंदोलनकारियों को रोकने की तैयारी की गई थी। लेकिन, पुलिस की सुरक्षा घेरा को तोड़ते हुए कार्यकर्ता बेरिकेडिंग से कूदकर रोजगार आफिस में घुस गए, जहां उन्होंने जमकर हंगामा मचाया।

दरअसल, विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सभी राजनीतिक दल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता एक्टिव हो गए हैं। प्रदेश सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन के लिए भाजपा संगठन ने अपने सभी सहयोगी और अनुसांगिक संगठनों को निर्देश दिया है, जिसके बाद भाजयुमो पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी एक्टिव हो गए हैं। चार साल में बिलासपुर में पहली बार भाजयुमो ने जिला स्तर पर उग्र प्रदर्शन कर पुलिस को चुनौती दी है। इससे पहले तक पदाधिकारी सांकेतिक प्रदर्शन कर औपचारिकता निभाते रहे हैं।

भाजयुमो के जिलाध्यक्ष निखिल केशरवानी ने बताया कि प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन चल रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में कांग्रेस की सरकार आने के पहले सरकार ने घोषणा पत्र में वादा किया था कि छत्तीसगढ़ के रोजगार युवाओं को 25 सौ रूपए प्रति महीना बेरोजगारी भत्ता देगी और रोजगार उपलब्ध कराएगी। लेकिन, साढे चार साल बीत जाने के बाद भी यह सरकार न ही रोजगार उपलब्ध करा पाई न ही बेरोजगारी भत्ता दे पाई है। सरकार के द्वारा बेरोजगारी भत्ता देने के लिए जो नियम लगाए गए हैं, वह नियम भी पेचिदा है, जिसके कारण युवा बेरोजगारी भत्ता से वंचित हो रहे हैं।

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