Chhattisgarhछत्तीसगढ

सक्ती जिले के पांच विशिष्ट जन राजधानी रायपुर में हुए सम्मानित

सक्ती जिले से सम्मानित विशिष्ट जनों में रेवती नंदन पटेल सामाजिक कार्यकर्ता-टेमर, गंगू सिंह सिदार- सेवानिवृत्त शिक्षक भेड़ा पाली, जगदीश प्रसाद गबेल शिक्षक डोंड़की, अमीर राजा व श्रीमती चेता बंजारे मालखरौदा

जिला रिपोर्टर शक्ति उदय मधुकर, सक्ती : शिखर साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ राज्य संबद्ध धरोहर हमारे गौरव के तत्वाधान में 1 सितंबर सोमवार को राजधानी रायपुर में लोक कला साहित्य पर वैचारिक संगोष्ठी एवं राष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सिविल लाइन वृंदावन हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में सक्ती जिले से भी विशिष्ट जनों का सम्मान किया गया । इस गरिमामय मंच से सम्मानित होने वाले सक्ती जिले के विशिष्ट जनों में टेमर-सक्ती निवासी सामाजिक कार्यकर्ता रेवती नंदन पटेल व भेंड़ापाली -सक्ती निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक गंगू सिंह सिदार को छत्तीसगढ़ गौरव सम्मान, सामाजिक जन-जागरूकता भरे उनके कार्यों के लिए, डोंड़की-सक्ती निवासी शिक्षक जगदीश प्रसाद गबेल को शिखर साहित्य सम्मान उनके साहित्यिक गतिविधियों के लिए, अमीर राजा मालखरौदा को धरोहर हमारे गौरव सम्मान , श्रीमती चेता बंजारे को छत्तीसगढ़ गौरव सम्मान से नवाजा गया। सभी अवार्डियों को सम्मान स्वरूप स्मृति चिन्ह, अकादमी की पट्टिका और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया। इन्हें यह राष्ट्रीय सम्मान शिखर साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ संबद्ध धरोहर हमारे गौरव मासिक पत्रिका द्वारा आयोजित लोककला साहित्य पर वैचारिक संगोष्ठी एवं राष्ट्रीय सम्मान समारोह के गरिमामय मंच में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाराजा कमल चंद्र भंजदेव राजमहल बस्तर जगदलपुर, कार्यक्रम अध्यक्ष नवीन अग्रवाल अध्यक्ष जिला पंचायत रायपुर, विशिष्ट स्थिति श्रीमती शकुंतला ढिलेन्द्र सेन अध्यक्ष जनपद पंचायत धरसीवां, दिनेश खुंटे उपाध्यक्ष जनपद पंचायत धरसीवां, श्रीमती सविता चंद्राकर समापति उद्योग एवं सहकारिता समिति जिला पंचायत रायपुर, पद्मश्री अनुप रंजन पांडेय, पद्मश्री डोमार सिंह कुंवर व डॉ मन्नुलाल चेलक अध्यक्ष शिखर साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़, वरिष्ठ पत्रकार योम प्रकाश लहरे व उदय मधुकर सक्ती सहित महानुभावों की मौजूदगी में प्रदान किया गया। इस अवसर पर सभी अवार्डियों ने इस राष्ट्रीय सम्मान के लिए शिखर साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करते हुए इसे अपने लिए प्रेरणा बताया है।‌ बात करें शिखर साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ की तो यह एक साहित्यिक संस्था है जो की लोक कला, साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में कार्य करने वाले विभूतियों का सम्मान करती है। शिक्षा साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ राज्य हर साल 1 सितंबर को राजधानी रायपुर में राष्ट्रीय सम्मान समारोह एवं संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन करती है। 1 सितंबर 2025 को आयोजित कार्यक्रम अकादमी का तीसरा कार्यक्रम था जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य के अलावा‌ मध्य प्रदेश बिहार झारखंड गुजरात महाराष्ट्र से भी पहुंचे विशिष्ट जनों को उनके समाजोत्थान भरे कार्यों के लिए राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया।