
पृथ्वी दिवस मानवाधिकार आयोग ने किया वृक्षारोपण…
आवर पावर...याने हमारी ताकत हमारा समृद्ध पर्यावरण... अधिवक्ता चितरंजय पटेल
जिला रिपोर्टर सक्ती- उदय मधुकर
आवर पावर…अर्थात हमारी ताकत याने दुनियाभर के लोग पृथ्वी दिवस के माध्यम कोशिश करते हैं कि अपने-अपने स्तर पर पर्यावरण को बचाएं और दुनिया को खुशहाल बनाए रखें, यह बात राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग के प्रदेश अध्यक्ष (विधि) एवं उच्च न्यायालय अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने पृथ्वी दिवस पर बताते हुए कहा कि आज तथाकथित औद्योगिक विकास के नाम पर वृक्षों की अंधाधुंध कटाई, के साथ प्राकृतिक संसाधनों जल, जंगल का अबाध दोहन से पर्यावरण संतुलन दिन ब दिन बिगड़ती जा रही है। इसलिए हम सबको पृथ्वी दिवस पर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेकर अधिकाधिक वृक्षारोपण के माध्यम से धरती को हरिहर और समृद्ध बनाना होगा।
हर 22 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी दिवस पर राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग के द्वारा वृक्षारोपण करते हुए पीपल के पौधे का रोपण किया गया । इन पलों में जिला महिला अध्यक्ष कांता यादव, अनिता पटेल, उदय मधुकर, योम लहरे आदि मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गरिमामय उपस्थिति रही।
विदित हो कि दरअसल, 22 अप्रैल 1970 को क़रीब दो करोड़ लोग अमेरिका के बड़े शहरों की सड़कों पर उतर कर इंसानी गतिविधियों से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया था। तब से पृथ्वी दिवस के नाम पर दुनिया भर के क़रीब 200 देशों में पर्यावरण संरक्षण से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।