शासकीय आईटीआई मर्दापाल में गंदगी का अंबार छात्र-छात्राओं ने जताई नाराज़गी, प्राचार्य व विश्वविद्यालय निरीक्षण अधिकारी की लापरवाही उजागर
- स्वच्छता पर शासन का लाखों का खर्च, फिर भी शासकीय आईटीआई मर्दापाल में गंदगी का अंबार
छात्र-छात्राओं ने जताई नाराज़गी, प्राचार्य व विश्वविद्यालय निरीक्षण अधिकारी की लापरवाही उजागर
कोंडागांव जिले के मर्दापाल तहसील में स्थित शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था (आईटीआई) और महाविद्यालय का संचालन एक ही परीशर में हो रहा है | स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत पुरे भारत में स्वच्छता को लेकर अभियान चलाया जा रहा है | वहीं आईटीआई और महाविद्यालय संस्था में गंदगी, अव्यवस्था और साफ-सफाई की भारी कमी देखी जा रही है। पत्रकारों टीम संस्था की गंदगी और अव्यवस्था को कैमरे में कैद की गई तस्वीरों में जगह-जगह कचरे के ढेर, गंदे बाथरूम, जर्जर स्टोर रूम और बैठने की अव्यवस्थित व्यवस्था नजर आई। छात्रों से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि “जब से यह संस्था शुरू हुई है, तब से यहां कोई सफाई नहीं हुई। सफाई के लिए कोई कर्मचारी तक नहीं है।”
छात्रों का कहना है कि कई बार प्राचार्य से शिकायत की गई, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। महाविद्यालय का निरीक्षण प्रचार्य कन्या महाविद्यालय कोण्डागांव तिलक चंद्र देवांगन के हाथों में है सफाई को लेकर प्रत्रकारों को बाईट देने से इंकार कर दिया | आईटीआई प्राचार्य रवी नाईक का कहना है कि संस्था में स्वीपर और भृत्य का पद रिक्त हैं मैं अपने स्तर पर सफाई करवाता हूं लेकिन बच्चों का कहना है कि जब से हम लोगों का सत्र प्रारंभ हुआ है तब से आज तक सफाई नहीं हुई है |
छात्र-छात्राओं ने शासन और प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द सफाई हो और सफाई कर्मी की नियुक्ति की जाय | प्रशासन जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कदम उठाया जाए, ताकि विद्यार्थियों को स्वच्छ और सुरक्षित शैक्षणिक माहौल मिल सके।