Chhattisgarh

शहीद महेन्द्र कर्मा मेडिकल कॉलेज मे मुफ्त एम्बुलेंस सेवा लगभग बंद. .. कांग्रेस सरकार मे वरिष्ठ स्व. कर्मा नेता जी का नाम का सम्मान तक नहीं रखा जिम्मेदारो ने – नरेन्द्र भवानी

*शहीद महेन्द्र कर्मा मेडिकल कॉलेज मे जानभुजकर मुफ्त सेवा वाली एम्बुलेंस किया जा रहा खराब जिम्मेदार मौन - नरेन्द्र भवानी

 

रविन्द दास

जगदलपुर inn24..आम आदमी पार्टी के बस्तर जिलाध्यक्ष नरेन्द्र भवानी ने कहा है की कई महीनों से शहीद महेन्द्र कर्मा मेडिकल कॉलेज मे मुफ्त एम्बुलेंस की सुविधा पर शिकायत प्राप्त हो रहा था .. जिसके बाद भवानी ने जिम्मेदारो पर सवाल करते हुवे कहा है की ! किसी भी मरीज को तुरंत अस्पताल पहुंचाने के लिए अथवा रेफर मरीज को अच्छे इलाज हेतु दूसरे जगह लें जाने हेतु एंबुलेंस की जरुरत होती है. .प्राइवेट एंबुलेंस जहां महंगे हैं वहीं सरकारी एंबुलेंस दूर दराज के मरीजों में सही समय में अस्पताल पहुंचाने में मददगार साबित होती है.लेकिन गरीबों के लिए चलाई जा रही ये एंबुलेंस सेवा आज भी बहुत से लोगों की पहुंच से दूर है ! इसका सबसे बड़ा कारण जागरुकता नहीं है या तो जिम्मेदारो का गड़बड़ करने जैसा कृत्य है और शहीद महेन्द्र कर्मा मेडिकल कॉलेज मे तो लगभग सभी एम्बुलेंस को कबाड जैसा हालात करके जबरन आम जनता को प्राइवेट एम्बुलेंस की सेवा लेने मे मजबूर कर रहे है यह काले धंदे का करेंगे जल्द खुलासा इस लूट और लचर व्यवस्था को सुधारने हेतु करेंगे जिम्मेदारो से सवाल

जबकि राज्य सरकार द्वारा यह एम्बुलेंस की मुफ्त सुविधा का बात चुनावी घोषणापत्र के विरुद्ध वादाखिलाफी और संवैधानिक ढांचे के साथ खिलवाड़ करना जैसा कृत्य है है गरीब आम जनता को छलने जैसा कृत्य है !

वही नरेन्द्र भवानी ने आगे कहा की जबकि !

(1) रेफर वाले मरीज हेतु एम्बुलेंस की सुविधा पुरे प्रदेश मे है !

(2) प्रसूताओं को विशेष सुविधा हेतु एम्बुलेंस की सुविधा पुरे प्रदेश मे है !

(3) मुक्तांजलि निशुल्क वाहन हेतु एम्बुलेंस की सुविधा पुरे प्रदेश मे है !

इन योजनाओ के तहत आम जनता को इसका लाभ मिलना होता अब इन सुविधा के अंतर्गत आम जनता को कैसे मिलेगा लाभ जबकि बस्तर मे खुले आँख से देख सकते है बहुत बड़े संख्या मे आम जनो को इसका लाभ ही नहीं मिल रहा है मानो जैसा यह पूरा सिस्टम केवल कागजो पर चल रहा है बहुत जल्द इस सब व्यवस्था पर सबूतों के साथ करेंगे जिम्मेदारो से प्रशन !

बस्तर संभाग में स्वास्थ्य सेवाओं में सबसे अहम और महंगी जरूरत है एम्बुलेंस सेवा. प्राइवेट एम्बुलेंस बेहद महंगी होती हैं. गरीब परिवार ले लिये तो एम्बुलेंस अफोर्ड कर पाना नामुमकिन जैसा ही है ! बावजूद जिम्मेदार लोग इतनी जरुरी सेवा को लचर लंगड़ा बना के रखें है !

(1) *डिस्चार्ज मरीज अथवा रेफर मरीज को अगर एम्बुलेंस सेवा मिली तो* :- मरीजों को कैसे एम्बुलेंस सेवा मिलती है. प्रदेश व बस्तर संभाग में संचालित 108 एम्बुलेंस की सेवा बस्तर संभाग भर के मरीजों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल तक लाने के लिये होती है. इसके बाद जब गंभीर मरीजों को रायपुर रेफर करना पड़ता है तब भी जगदलपुर से रायपुर तक निःशुल्क एम्बुलेंस उपलब्ध कराया जाता है. इस योजना में इलाज के बाद मरीज की वापसी की सुविधा नही दी जाती है. लेकिन संभाग भर से आने वाली एम्बुलेंस जब वापस जाती है तो के व्यवहारिकता के नाते मरीजों को उन्हीं एम्बुलेंस में वापस भेज दिया जाता है ( किन्तु यह सेवा का लाभ ही लोगो को नहीं मिल पा रहा है बस्तर मे मजबूर है लोग प्राइवेट एम्बुलेंस का सेवा लेने आखिर कौन है इस लूट के पीछे नवाब देहि कब तक जिम्मेदार अपना जिम्मेदारी को बेचेंगे )

(2) *प्रसूताओं को विशेष सुविधा*:- इसके अतिरिक्त 102 एम्बुलेंस की सुविधा प्रसव के लिये प्रसूताओं को दी जाती है. इस योजना के मरीज को उसके घर से अस्पताल तक लाना और वापस घर तक छोड़ने का भी प्रावधान है. जिले में कितने एम्बुलेंस 102 की संचालित हैं जानकारी नहीं है पर जो जिले भर से प्रसूताओं को लाने और घर तक पहुंचाने का काम करती हैं. जो बस्तर मुख्यालय एवं समस्या विकास खंडो मे होती है बावजूद इस योजना से भी बहुत बड़ी संख्या वंचित है !

(3) *मुक्तांजलि प्रदेश व बस्तर भर में निःशुल्क* :- इसके अतिरिक्त 1009 मुक्तांजलि वाहन भी प्रदेश भर में उपलब्ध होते हैं. किसी मरीज की इलाज के दौरान मृत्यु हो जाने पर प्रदेश के किसी भी गावं तक यह वाहन शव को निशुल्क पहुंचाते हैं. जानकारी के आभाव में या जिम्मेदारो की गोरख धंदो को बड़ाने के कारण कई बार वाहन के समय पर उपलब्ध ना होने की स्थिति में प्राइवेट वाहनों में या कंधे पर शव ले जाने के मामले चर्चा में जरूर आते हैं. लेकिन अगर सही जानकारी हो तो मृतक के परिजनों के लिए यह सुविधा सरकार ने दे रखी है बावजूद आज के डेट मे इस योजना के ऊपर क्या भ्रष्टाचार हो रहा है सबको मालुम बावजूद जिम्मेदार खामोश !

*एम्बुलेंस मुफ्त सेवा को लेकर संभाग मे सभी गाड़ियों को दुरुस्त करने व सरकारी एम्बुलेंस सेवा को प्राथनीय देने हेतु जिम्मेदारो को देंगे ज्ञापन एवं स्वास्थ्य मंत्री से भी करेंगे लिखित शिकायत लेकिन अब बस्तर मे नहीं चलने देंगे यह गोरख धंदा*

Ravindra Das Bureau Bastar

ब्यूरो चीफ बस्तर

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