Chhattisgarh

 वन मंडलाधिकारी दंतेवाड़ा के हठधर्मिता के कारण विनय कुमार का पेंशन अदायगी आदेश अब तक नही हुआ है जारी..पेंशनर्स संघ का अल्टीमेटम.

जगदलपुर Inn24 (रविंद्र दास)वन मंडलाधिकारी दंतेवाड़ा के हठधर्मिता के कारण विनय कुमार को सेवा निवृत्ति के छः माह बाद भी पेंशन नहीं मिल रहा है । यदि शीघ्र पेंशन प्रकरण संभागीय संयुक्त संचालक कोष लेखा एवम पेंशन को पेंशन अदायगी आदेश जारी करने हेतु नही भेजा गया तो पेंशनर्स महासंघ वन मंडलाधिकारी कार्यालय के समक्ष तंबू लगाकर धरना देने हेतु बाध्य हो जाएगा ।
उक्त बातें भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ बस्तर संभाग के संभागीय अध्यक्ष रामनारायण ताटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही है ।
ताटी ने कहा कि शासन के नियमानुसार शासकीय कर्मचारी को सेवा निवृत्ति के दिन ही पेंशन प्राधिकार पत्र दिया जाना चाहिए चाहे वह जिस किसी विभाग का कर्मचारी भी क्यों न हो । संगठन के प्रयास से जगदलपुर( बस्तर) जिले में इस प्रक्रिया की शुरुआत भी हो चुकी है । किंतु इसके बावजूद शासन के कतिपय विभाग के अधिकारी इस नियम को धत्ता बताकर पेंशन प्रकरण समय पर कोष लेखा नही भेजते हैं जिसका खामियाजा पेन्शनरों को भुगतना पड़ता है और वे सेवा निवृत्ति के बाद भटकने को मजबूर हो जाते हैं ।
श्री ताटी ने कहा ऐसा ही मामला विनय कुमार चक्रवर्ती का है ।वन विभाग में सहायक वन संरक्षक के पद से विनय कुमार 30 जून 2023 को वन विद्यालय जगदलपुर से सेवा निवृत्त हो चुके हैं । वन विभाग के नियमानुसार कोष लेखा में संबंधित अधिकारी का पेंशन प्रकरण प्रस्तुत करने के लिए पूर्व में अधिकारी जहां जहां पदस्थ थे वहां का न मांग , न जांच , न घटना संबंधी प्रमाण पत्र पेंशन प्रकरण के साथ संलग्न करना अत्यंत आवश्यक है ।
चूंकि विनय कुमार 2021_22 में वन क्षेत्रपाल के पद पर गीदम में पदस्थ थे । इनके पदस्थ होने के पूर्व वहां जो वृक्षारोपण कराया गया था उसके देखरेख की जवाबदारी इन पर थी। 2022 में विनय कुमार की पदोन्नति सहायक वन संरक्षक के पद पर की जाकर वन विद्यालय जगदलपुर में पदस्थ किया गया ।

2022 के बाद गीदम में किए गए वृक्षारोपण को” असफल वृक्षारोपण “घोषित किया गया ।

30जून 2023 को सेवा निवृत्ति के चार माह बाद असफल वृक्षारोपण के नाम पर 29547/_ रुपए वसूली का नोटिस वनमंडलाधिकारी दंतेवाड़ा के द्वारा थमाया गया ।
यहां प्रश्न यह है कि जो वृक्षारोपण विनय कुमार के कार्यकाल में हुआ ही नहीं उसके लिए अकेले विनय कुमार को जिम्मेदार ठहराना कहां तक न्याय संगत है ?
वन विभाग के नियम के मुताबिक असफल वृक्षारोपण होने पर s d o से लेकर फारेस्ट गार्ड तक सबकी जिम्मेदारी तय की गई है।
वसूली नोटिस के विरुद्ध विनय कुमार ने वन संरक्षक को अपील किया और वनसर्ंक्षक ने वन मंडलाधिकारी के द्वारा जारी की गई वसूली आदेश को क्षेत्राधिकार के बाहर बताया ।किंतु वनमण्डलाधिकारी पर अब तक इसका कोई असर नहीं हुआ है ।
बहरहाल इस मामले को पेंशनर्स संघ गंभीरता से ले रहा है । भारतीय राज्य पेंशनर्स संघ के संभागीय अध्यक्ष राम नारायण ताटी ने चेतावनी देते हुए कहा कि सेवा निवृत्ति के बाद किसी भी कर्मचारी से किसी भी प्रकार की वसूली नियमानुसार नही की जा सकेगी ।यदि 15 दिवस के भीतर विनय कुमार का पेंशन प्रकरण कोष लेखा को नहीं भेजा गया तो संगठन के द्वारा वनमण्डलाधिकारी कार्यालय के समक्ष तंबू लगाकर धरना देने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
प्रेस विज्ञप्ति जारी करने वालों में डी रामन्ना राव,रमापति दुबे, राजेंद्र पाण्डे, मुनि महेश तिवारी, एल एस नाग, के नागेश ,विजय चंद्र दास ,विनय भूषण पांडे,अब्दुल सत्तार , पी एन उरकुडे,मोहम्मद कासिम ,सरोज साहू ,मीता मुखर्जी एवम जयमनी ठाकुर शामिल हैं ।

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