सोशल मीडिया पर इन दिनों फ्री मोबाइल रिचार्ज योजना वाले मैसेज वायरल हो रहे हैं। इन मैसेज को व्हाट्सएप पर जमकर शेयर किया जा रहा है। मैसेज में लिखा है कि ‘फ्री मोबाइल रिचार्ज योजना’ के तहत सरकार देश के सभी लोगों को 28 दिन का फ्री रिचार्ज दे रही है। फ्री रिचार्ज देने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। लेकिन असल बात यह है कि सरकार ऐसी कोई योजना नहीं चला रही है। यानी यह मैसेज स्कैमर्स का नया पैंतरा है और इस लिंक पर क्लिक करने से आपको बड़ा आर्थिक नुकसान तक हो सकता है।
फॉरवर्डेड मैसेज में यह है दावा
व्हाट्सएप पर वायरल हो रहे इस मैसेज में लिखा है कि केन्द्र सरकार द्वारा ‘फ्री मोबाइल रिचार्ज योजना’ के तहत सभी भारतीय यूजर्स को 28 दिन का रिचार्ज फ्री में दिया जा रहा है। फॉरवर्डेड मैसेज में दावा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा फ्री मोबाइल रिचार्ज योजना के तहत सभी भारतीय यूजर को 239 रुपये का 28 दिन वाला रिचार्ज फ्री में देने का वादा किया है तो अभी नीचे नीले रंग की लिंक पर क्लिक करके अपने नंबर पर रिचार्ज करें। मैंने भी इससे अपना 28 दिन का फ्री Recharge किया है, आप भी अभी नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके 28 दिन का फ्री रिचार्ज प्राप्त करें।
मैसेज है स्कैम का नया तरीका
दरअसल, यह मैसेज एकदम फर्जी है और स्कैम का नया तरीका है। केन्द्र सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है। अगर इस फॉरवर्डेड मैसेज को ठीक से पढ़ें तो इसमें कई सारी गलतियां भी नजर आती हैं जो इसके फर्जी होने का दावा पुख्ता करती हैं। मैसेज में कई जगह गलत हिंदी लिखी हुई है।
वहीं इसके साथ जो आखिरी तारीख लिखी है वो 30 मार्च है जबकि मैसेज अगस्त में भेजा जा रहा है। सरकारी एजेंसी पीआईबी ने भी वायरल मैसेज को फेक बताया है। PIB Fact Check ने एक्स पर पोस्ट करके इस दावे को खारिज किया है। पीआईबी ने लिखा कि यह एक स्कैम है और इससे अलर्ट रहें।
अनजान लिंक पर एक क्लिक से बैंक अकाउंट हो सकता है खाली
आजकल साइबर फ्रॉड के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिनमें पीड़ित से लिंक पर क्लिक करवाया जाता है और बैंक की जानकारी चुराकर लाखों की चपत लगाई जाती है। दरअसल, यह लिंक मैलिसियस फाइल से भरी होती हैं और जैसे ही कोई इन पर क्लिक करता है। स्कैमर्स डिवाइस को अपने कंट्रोल में ले लेते हैं।
स्कैमर्स आपके आधार, जन्मतिथि, फोन नंबर या फिर बैंक डिटेल जैसी जानकारी चुरा सकते हैं और आपको ठगी का शिकार बना सकते हैं। यदि आप ठगी से बचना चाहते हैं तो किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें। साथ ही कोई भी थर्ड पार्टी एप डाउनलोड करने के लिए आधिकारिक एप स्टोर का ही इस्तेमाल करें। बैंक और ओटीपी की जानकारी किसी के साथ भी शेयर न करें।