कोरिया जिले में बेमौसम बारिश और आंधी तूफान ने खोली सिस्टम की पोल, समितियों में रखे धान भीगे
मौसम में बदलाव के कारण कोरिया जिले में तीन दिनों से आसमान में बादल छाए हुए हैं. इस दौरान तेज हवाओं के चलने के साथ-साथ जिले के कई स्थानों में बुंदा बांदी के साथ हल्की बारिश भी हुई. कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर सहित जिले के कई क्षेत्रों में हल्की बूंदा बांदी हुई. वहीं कुछ जगहों पर दोपहर और उसके बाद बंदा बांदी हुई. इसके पहले दो दिनों तक जिले में बादलों के बीच गर्जना हुई और हल्की बारिश कई जगहों पर हुई.
बादल भरा मौसम तीन दिनों से बने रहने और इस दौरान हल्की बूंदा बांदी होने के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जिस वजह से लोगों को बढ़ती गर्मी से राहत मिल गयी है. जानकारी के अनुसार, आगामी 20 मार्च तक इसी तरह का मौसम बने रहने की संभावना है. इसके बाद ही मौसम खुलेगा और आसमान साफ होने के साथ ही तेजी से गर्मी में बढ़ोतरी होगी.
समिति में रखे धान का हुआ नुकसान
कोतक पूरा नहीं रिया जिले में कई समितियों में धान का उठाव अब किया गया, जिस कारण बेमौसम बारिश में समितियों में रखे धान को नुकसान पहुंचा है. धान विक्रय की समय सीमा समाप्त हुए महीनों बीत जाने के बाद भी जिले के कुछ समितियों में शत फीसदी खरीदी किये गये धान का उठाव नहीं हो पाया. इस वजह से वर्तमान में बिगड़े मौसम में समिति प्रांगण में रखे गये धान को नुकसान पहुंचा.
उल्लेखनीय है कि विभागीय लापरवाही से ऐसे ही सरकारी धान को नुकसान होता है. यदि समय पर उठाव हो जाता तो बारिश में धान नहीं भींगता. जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के चार समितियों तरगवां, रामगढ़, सोनहत और सरभोका समिति में अभी भी कई क्विंटल धान उठाव नहीं हो सके हैं.
फसलों के नुकसान की आशंका
जिले में मौसम का मिजाज बिगड़ने के बाद कहीं पर भी ओलावृष्टी नहीं हुई. यदि इस दौरान बारिश के साथ ओलावृष्टी होती है तो रबी फसलों को नुकसान पहुंच सकता है. इस समय यदि आंधी बारिश के साथ ओलावृष्टी होने से गेहूं, चना की फसलों को भारी नुकसान पहुंच सकता है इसके अलावा आम के बौर को भी नुकसान पहुंच सकता है.