कोरबा परिवहन अधिकारी की शिथिलता से भ्रष्टाचार को बढ़ावा आनेको शिकायत पर जांच आज तक लंबित

कोरबा परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार के कई रूप देखे गए हैं जैसा पैसा लेकर फिटनेस करना, पैसा लेकर नाम ट्रांसफर करना, लाइसेंस रिन्यूअल, नए लाइसेंस इन सभी चीजों के लिए एक राशि तय की गई है जिससे इस पूरे विभाग में भ्रष्टाचार बड़े पैमाने पर फल फूल रहा है INN24 न्यूज़ हमेशा आरटीओ विभाग के इस भ्रष्टाचार का उजागर करता रहा है। पूर्व में DTO विजेंद्र पाटले के कार्यकाल में भी फर्जी नामांतरण के कार्य हुए जिनकी शिकायत तत्कालीन अधिकारी शशिकांत कुर्रे से की गई थी एवं शशिकांत कुर्रे के कार्यकाल में भी अनेकों शिकायत परिवहन विभाग रायपुर को दिए गए हैं पर आज तक किसी भी प्रकार के करवाई शशिकांत कुर्रे द्वारा एवं वरीय अधिकारियों द्वारा नहीं की गई। अधिकारी अपने पद के मद में इतने चूर हैं के पूरा का पूरा कार्यालय अपने घर से ही संचालित करते हैं एवं कार्यालय महज कुछ घंटे के लिए हफ्ते में एक दो बार ही आते हैं । साथ ही कुछ एजेंट को अपना निजी सहयोगी तक बना के रखें है।

ताजा मामला कार्यालय अधीक्षिका गीता ठाकुर का सोशल मीडिया में रिश्वत लेते वीडियो वायरल हुआ था जिसकी शिकायत कोरबा DTO शशिकांत कुर्रे, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, परिवहन सचिव, परिवहन आयुक्त एवं कई बड़े प्रशासनिक विभागों में की गई है पर विभाग की ऊपर से नीचे तक की संरचना को भ्रष्टाचार दीमक की तरह खोखला कर चुका है शिकायतों के बावजूद भी आज तक न ही जांच के आदेश दिए गए और ना ही तत्कालीन प्रभाव से किसी प्रकार की कार्यवाही की गई । इससे यह साफ होता है कि किस तरह अधिकारी एजेंट के माध्यम से आम जनता को लूट रहे है और पूरे विभाग को उस पैसे से सींचा जाता है।

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