कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की भाँति मिशनरियों को खुली शह दे रहे विधायक चंदन कश्यप

*कवासी लखमा यदि सच्चे आदिवासी है तो तत्काल इस्तीफा दें – केदार कश्यप*

*कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की भाँति मिशनरियों को खुली शह दे रहे विधायक चंदन कश्यप

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कोंडागाँव
27/06/2023

स्थानीय रेस्ट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि बस्तर में धर्मान्तरण ज़ोरो पर है । उद्योग मंत्री कवासी लखमा को चुनौती देते हुए कहा कि सुकमा की घटना के बाद अगर कवासी लखमा सच्चे आदिवासी हैं तो उन्हें इस्तीफा देना चाहिए । लखमा ने कहा था कि एक भी धर्मान्तरण के मामले आए तो मैं इस्तीफा दे दूंगा ।

दरअसल मंत्री कवासी लखमा ने हाल ही में बयान दिया था कि अगर भूपेश सरकार में एक भी धर्मांतरण का मामला साबित होता है तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा और राजनीति छोड़ दूंगा । इस बयान पर भाजपा के प्रवक्ता केदार कश्यप ने पलटवार करते हुए कहा कि खुद कवासी लखमा के विधानसभा क्षेत्र में कई धर्मांतरण के मामले सामने आए हैं । दो दिन पहले ही सुकमा के मूल धर्म के आदिवासियों ने मिशनरियों को गांव से भगाया है ।

आगे कहा कि पूरे बस्तर में धर्मांतरण की आग फैली हुई है । जगह जगह हिंसा की घटनाएं हो रही है और कांग्रेस धर्मांतरण के मामले को रोकने की बजाय इसे बढ़ावा दे रही है । नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की तरह ही मिशनरियों को खुली शह दे रहे है ।

वही कांग्रेस नेता रवि घोष द्वारा एक मजदूर की पिटाई के मामले मे कड़े शब्दों मे भर्त्सना करते कहा कि भारतीय जनता पार्टी मजदूर का अपमान नही सहेगी । उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गैंगवार का खामियाजा गरीब मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है । संगठन की लड़ाई का असर सड़क पर सामने आ रहा है । एक तरफ कांग्रेसी छत्तीसगढ़ को लूटने में लगे हैं तो दूसरी तरफ स्थिति यह है कि कांग्रेस की आंतरिक लड़ाई में मजदूर पिट रहे हैं । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा के बीच कांग्रेस के पदाधिकारियों के प्रभार को लेकर जो उठापटक चली, उसका असर यह है कि पद से हटाए जाने से बौखलाए रवि घोष ने एक गरीब मजदूर को चप्पलों से पीट दिया । जिसकी शिकायत लेकर वह कोंडागांव पुलिस अधीक्षक के दफ्तर पहुंचा । उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग आपस में जितना चाहे लड़ लें । वे अपने प्रदेश मुख्यालय में अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का पहले की तरह प्रदर्शन कर लें लेकिन उन्हें कोई अधिकार नहीं है कि वह अपनी कलह की खीज छत्तीसगढ़ के गरीब मजदूरों पर उतारें ।

प्रेस वार्ता के दौरान राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य लता उसेंडी, जिला अध्यक्ष दीपेश अरोरा, दयाराम पटेल, बालसिंह बघेल, संतोष पात्र, रौनक दीवान, प्रतोष त्रिपाठी, फागू यादव, शनिल भंसाली व अन्य मौजूद रहे ।

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