एयरपोर्ट की तरह यात्रियों को मिलेगी हाइटेक सुविधाएं, अमृत भारत स्टेशन योजना मे छत्तीसगढ़ के नौ स्टेशन शामिल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छह अगस्त की सुबह 11 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से देश भर में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे। दरअसल अमृत भारत स्टेशन योजना में रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग समेत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के नौ स्टेशनों को शामिल किया गया है। यात्रियों को आने वाले दिनों में इन स्टेशनों में एयरपोर्ट की तरह सुविधा मिलेगी।
रायपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम विपिन वैष्णव समेत अन्य अधिकारियों ने शुक्रवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अक्सर अत्याधुनिक सार्वजनिक परिवहन के प्रावधान पर जोर देते रहे हैं। रेलवे देश भर में लोगों के परिवहन का पसंदीदा साधन है, ऐसे में उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया है। इस दृष्टिकोण से प्रेरित होकर देश भर में 1309 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना शुरू की गई थी। इस योजना 508 स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी जा रही है। 24,470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से इन स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा। इस योजना में रायपुर, बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग,अकलतरा, भिलाई पावर हाउस, तिल्दा-नेवरा, गोंदिया, वडसा और चांदाफोर्ट स्टेशन में व्यापक प्रस्तावित विकास कार्यों का शिलान्यास किया जाएगा।
स्टेशनों के पुनर्विकास से जुड़े कामों के पूरा होने के बाद यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेगी।अभी इन स्टेशनों पर सभी मूलभूत सुविधाएं मिलती हैं,लेकिन इस योजना के बाद स्टेशनों में व्यापक यात्री सुविधाओं का विस्तार हो जाएगा। पुनर्विकास के बाद बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग स्टेशन हाईटेक यात्री सुविधाओं के साथ टेक्नोलाजी, स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक केंद्र बनेंगे। यात्रियों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ रोजगार बढ़ने की व्यापक संभावना विकसित होगी जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा।शहर के दोनों किनारों के उचित एकीकरण के साथ इन स्टेशनों को ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस योजना में आधुनिक यात्री सुविधाएं प्रदान करने के साथ-साथ अच्छी तरह से डिजाइन किए गए यातायात परिसंचरण, अंतर-माडल एकीकरण और यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए अच्छी तरह से डिजाइन किए गए साइनेज को सुनिश्चित करेगा। स्टेशन भवनों के डिजाइन में स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला की झलक दिखाई देंगी।
यह होगा खास
बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग स्टेशन के पुनर्विकास कर स्टेशन बिल्डिंग के दोनों तरफ से प्रवेश द्वार, लिफ्ट, एस्कलेटर, कार पार्किंग की सुविधा, पूर्ण ग्रीन बिल्डिंग, सुविधायुक्त विशाल कांकोर्स, विशाल छत आवरण, नए बड़े फुट ओवर ब्रिज, स्टेशन की छतों पर सोलर पैनल, रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम, प्रस्तावित स्टेशन बिल्डिंग में हेरिटेज महत्व के साथ साथ स्थानीय कला और संस्कृति का समावेश होगा। इसके साथ ही अकलतरा, तिल्दा-नेवरा, भिलाई पावर हाउस, गोंदिया, वडसा एवं चांदा फोर्ट स्टेशन में आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त फुटओवर ब्रिज, लिफ्ट एस्कलेटर, सर्कुलटिंग एरिया का उन्नयन, वेटिंग हाल और टायलेट का उन्नयन, स्टेशन लाइटिंग में सुधार, साइनेज, ट्रेन एवं कोच इंडिकेटर बोर्ड, पार्किंग स्थान में वृद्वि, प्लेटफ़ार्म एरिया का विस्तार, शेड, स्थानीय कला और संस्कृति के अनुसार स्टेशन के वाह्य स्वरूप का उन्नयन किया जायेगा।