आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं का 8 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन रैली ..
जगदलपुर। Inn24 ( रविंद्र दास ) संभाग मुख्यालय जगदलपुर में आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिका संयुक्त मंच के द्वारा 8 सूत्रीय लंबित मांगों को लेकर शुक्रवार को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन एवं रैली निकाल कर प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम बस्तर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
इस विषय पर जानकारी देते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिका संयुक्त मंच के प्रांताध्यक्ष रूक्मणी सज्जन ने बताया कि हमारे जो 08 सूत्रीय लंबित मांगे है वे इस प्रकार है….
*1.नियमितीकरणः -* पंचायती राज के अधीन छत्तीसगढ़ राज्य में पंचायत कर्मी, शिक्षा कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, पंचायत सचिवों जैसे मानसेवियों को सरकार नीति बनाकर उन्हें नियमित (शासकीय कर्मचारी) कर चुकी है, लेकिन हम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका विगत 50 सालों से कार्यरत है लेकिन हम आज भी मानसेवी नहीं है। आपसे हमारी अनुरोध है कि सभी आंगनबाडी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं को नियमित करते हुये शासकीय कर्मचारी घोषित किया जावे।
*2.जीने लायक वेतनः-* शासकीय कर्मचारी घोषित करने तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 21000/- और सहायिका को 17850/- जीने लायक वेतन स्वीकृत किया जावे। साथ ही वर्तमान में कार्यकर्ताओं को प्राप्त मानदेय 10000/- रूपये का 85 प्रतिशत राशि सहायिकाओं के लिये स्वीकत किया जावे।
*3.*सेवा निवृत्ति पश्चात पेंशन ग्रेज्युटीः-* 35-40 वर्ष विभाग की सेवा करने के बाद भी बुढ़ापे के समय जीवन यापन हेतु ना तो कोई पेंशन मिल रहा है और ना ही एकमुश्त राशि। कार्यकर्ता को 10000/- और सहायिका को 8000/- मासिक पेंशन और बुढ़ापे के शेष जीवन यापन के लिये कार्यकर्ता को 05 लाख रूपये और सहायिका को 04 लाख रूपये एक मुश्त ग्रेज्युटी राशि प्रदान किया
*4.समूह बीमा योजना लागू करनाः-* भविष्य की सुरक्षा के लिये आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका को समूह बीमा योजना (GIS) में जोड़ा जावे। इस हेतु नीति निर्धारण किया जावे।
,*5.अनुकम्पा नियुक्तिः-* कार्यकर्ता सहायिका के आकस्मिक मृत्यु होने पर परिवार के एक सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति दिया जावे।
*6.मंहगाई भत्ताः-* मानदेय को मंहगाई भत्ता के साथ जोड़ा जाए मंहगाई भत्ता स्वीकृत किया जावे।
*7.पदोन्नति बाबत्ः-* वर्षों से अल्प मानदेय में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं को पदोन्नति
के पद रिक्त होने के बाद भी 50 प्रतिशत का प्रतिबंध होने के कारण इन्हें इसका लाभ नहीं मिल रहा है। 50 प्रतिशत का बंधन को समाप्त किया जाए और कार्यकर्ता को बिना उम्र बंधन के वरिष्टता क्रम में बिना परीक्षा के सुपरवाइजर के रिक्त शत प्रतिशत पद पर लिया जावे। इसी तरह सहायिकाओं को भी 50 प्रतिशत के बंधन को समाप्त कर कार्यकर्ता के पद रिक्त होने पर शत प्रतिशत वरिष्टता क्रम में कार्यकर्ता के पद पर पदोन्नति किया जावे।
*8.सभी केन्द्रों में गैस सिलेण्डर और चूल्हा प्रदान किया जावे और इसकी नियमित रिफिलिंग की व्यवस्था सुगम बनाया जावे।*
बढ़ते मंहगाई के इस दौर में हम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका आर्थिक रूप से, मानसिक रूप से परेशान है, विभागीय काम के अलावा भी कई सारे हमसे काम लिया जाता है जिसके कारण विभागीय काम में बाधा उत्पन्न होती है। आशा करते है कि हमारी मांगों का निराकरण करेंगे।
आंगनबाड़ी केन्द्रों में कार्यरत मेहनतकश महिला कर्मियों को जो मूलभूत सुविधा और लाभ केन्द्र और राज्य सरकार से मिलनी चाहिये उस पर ध्यानाकर्षण करने हेतु आज एक दिवसीय धरना प्रदर्शन एवं रैली आयोजित कर यह ज्ञापन सौंपा गया है।