
विधवा महिला ने चचेरे भाई व बीजेपी नेता पर लगाए गंभीर आरोप..
रविंद्र दास
जगदलपुर inn24 बस्तर जिला पत्रकार भवन में दंतेवाड़ा निवासी श्रीमती संतोष अजमेरा पति स्वर्गीय राजेंद्र अजमेरा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि दन्तेवाड़ा में कोई भी मेरी समस्या को नही सुनता है ,यहाँ तक की दन्तेवाड़ा जिला के पत्रकार भाईयों से भी न्याय के लिये अपनी व्यथा बताया, मगर किसी ने कोई मदद नहीं की. जिससे मैं हताश होकर आज जगदलपुर के पत्रकारों के समक्ष अपना बयान दे रही हूं ,
मै श्रीमती संतोष अजमेरा राजेन्द्र कुमार वार्ड क्रमांक में रहने वाली एक विधवा महिला हूँ तथा अपने पैतृक भूमि पर जन्म से ही निवासरत हूँ तथा अकेली रहती हूं। बेटी पढाई के लिए बाहर है। मेरे निवास की भूमि चचेरे भाई शांतीलाल जैन एवं अन्य भाई से कोर्ट में विवाद चल रही है ,जिस पर बीजेपी नेता धीरेन्द्र प्रताप सिंह की शुरू से ही नजर थी, जिसकी वजह से यह हमें अनेक तरीकों से परेशान करता जा रहा है. कभी मेरी बेटी पर कुत्ते छोड़ देता है तो कभी आँगन में कचरे डलवा दिया करता है अपने नौकर को माध्यम बनाकर वे मेरी नाबलिक बेटी के साथ छेडछाड करने लगे तो मैंने थाना में शिकायत करने पर उनको पाक्सो एक्ट लगाया बाद में हमें डरा धमका कर दबाव डालकर मामला वापस लेने पर मजबूर किया गया. और लिखित में दिया गया कि वे हमें अब कभी परेशान नहीं करेगें। परंतु अब पुनः धीरेन्द्र प्रताप द्वारा बिना कोई सूचना दिए विवादित भूमि को गैर कानूनी तरीके से अपनी पत्नी एवं बेटे विकान्त के नाम से चोरी छुपे रजिस्ट्री करवा लिया गया है।
इस जमीन का कैसे कोर्ट में लगा होने के बावजूद धीरेन्द्र प्रताप द्वारा बीजेपी नेता होने की धौंस दिखाकर एवं कानून की अवहेलना करते हुए मेरी अनुपस्थिति में 17 अप्रेल को मेरे निवास की बाड़ी में आग लगाकर जेसीबी से क्षतिग्रस्त कर दिया गया है. जो अमानवीय कृत्य है। इन सभी कुकृत्यों में पत्नी संध्या की बराबरी की हिस्सेदारी होती है। मैने इस सभी की सूचना 17 अप्रेल को थाने में दी थी। थाने में कोई कार्यवाही नहीं किये जाने पर मैंने 18 अप्रेल को प्रत्यक्ष रूप से जिलाधीश के समक्ष उपस्थित होकर अपनी व्यथा बताते हुए न्याय की माँग की एवं आवेदन प्रस्तुत किया था। साथ ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भी आवेदन जमा किया, जिसकी पावती मेरे पास उपलब्ध है। मैने जन प्रतिनिधियों से भी मदद की गुहार की परन्तु मुझे किसी से भी किसी प्रकार की कोई मदद नहीं मिली और अब मैं मिडिया के माध्यम से न्याय की गुहार करती हुँ.